नाशिक- आयकर विभाग ने महाराष्ट्र के नासिक, धुले और नंदुरबार में अलग-अलग ठिकानों में छापे (Income Tax Raids) मारे हैं. इस छापेमारी में 240 करोड़ तक की प्रॉपर्टी और कैश बरामद हुए हैं. जमीन खरीदने बेचने का धंधा करने वाले व्यापारी, सरकारी ठेकेदार और बिल्डर आयकर विभाग (IT Department) के निशाने पर हैं.
पिछले कुछ दिनों से अलग-अलग ठिकानों में आईटी विभाग और ईडी की ओर से लगातार छापेमारियां शुरू हैं. इन छापेमारियों में कुछ बड़ी मछलियां भी पकड़ी गई हैं. इसी सिलसिले में उत्तर महाराष्ट्र के कई इलाकों में आयकर विभाग की छापेमारियां शुरू हैं.
प्राप्त जानकारियों के मुताबिक उत्तर महाराष्ट्र में पिछले पांच दिनों में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने 31 ठिकानों पर छापेमारियां की हैं. नासिक, धुले, नंदुरबार में की गई इन छापमारियों में करीब 240 करोड़ का कैश और संपत्ति जब्त की गई है. इनमें से 6 करोड़ कैश, 5 करोड़ के गहने शामिल हैं. इतनी संपत्ति और कैश कैसे जमा किए गए? अब तक इन घोटालों पर किसी का ध्यान कैसे नहीं गया, यह सवाल उठ रहे हैं
एक साथ लगे 175 अधिकारी और 22 गाड़ी, कुछ इस तरह से हुई छापेमारी
यह छापेमारी इस तरह ताबडतोड़ और अचानक बेहद मुस्तैदी से हुई कि किसी को कुछ हवा भी नहीं लगा और भूमाफियाओं, भ्रष्ट ठेकेदारों और बिल्डरों की हवा टाइट हो गई. जब कैश, आभूषण और संपत्तियों के कागजात निकलने शुरू हुए तो निकलते ही गए. जब्त किए गए करोड़ों के कैश, आभूषण और सामान गिनने में 12 घंटे से ज्यादा समय लगा. संबंधित लोग इन खजानों का कोई संतोषजनक हिसाब नहीं दे पा रहे थे, बस वे सिर नीचे करके बैठे रहे और अधिकारी अपना काम करते रहे.
प्राप्त जानकारियों के मुताबिक इन छापेमारियों में सोने के बिस्किट, हीरे-जवाहरात बरामद हुए हैं. इन कार्रवाइयों को करने के लिए एक साथ 22 गाड़ियों की सेवाएं ली गईं और 174 कर्मचारी और अधिकारियों ने मिलकर अलग-अलग ठिकानों में छापेमारियों को अंजाम दिया. ये सभी अधिकारी छोटी-छोटी टीम बनाकर अलग-अलग ठिकानों पर पहुंचे और रेड्स को अंजाम दिया. छोटी-छोटी टुकड़ियों में अधिकारियों के बंटे होने की वजह से एक ही समय में कई जगहों में छापेमारियों को अंजाम दिया जा सका. अधिकारियों की टीम के साथ पुलिस दस्ते मौजूद थे और तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था साथ रही.