indian medical collage- अगर आप नीट या अन्य किसी मेडिकल कोर्स की तैयारी कर रहे हैं या भविष्य में किसी प्रकार के चिकित्सा से जुड़े कोर्स को करना चाहते हैं तो आपके मन में एक सवाल जरूर आता होगा कि भारत में कुल कितने मेडिकल कॉलेज है और जो मेडिकल कॉलेज है, उनमें से कितने सरकारी मेडिकल कॉलेज है और कितने प्राइवेट कॉलेज। जो भी स्टूडेंट एमबीबीएस, बीडीएस एवं आयुर्वेद कोर्स में एडमिशन लेना चाहता है तो उसका मुख्य उद्देश्य होता है कि प्रवेश परीक्षा करने के बाद उसे किसी सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन मिलें क्योंकि सरकारी मेडिकल कॉलेजों की फीस कम होती है।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए स्टूडेंट के लिए भारत में कुल कितने सरकारी मेडिकल कॉलेज है की भी जानकारी यहां दी गई है।भारत में मेडिकल कॉलेजों की संख्या कितनी है, इसके टोटल डेटा के साथ-साथ हमने सभी राज्यों के सरकारी एवं प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों की संख्या भी दी है ताकि जो भी इसे पढ़ें, वो प्रत्येक राज्य के सरकारी एवं प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों के बारे में अलग-अलग जान पाएं।
भारत में कुल कितने मेडिकल कॉलेज है
भारत सरकार एवं विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा हर साल कुछ नए मेडिकल कॉलेज स्वीकृत किए जाते हैं तो भारत में कितने मेडिकल कॉलेज है की सूची हर साल बदलती रहती है या यूं कहें कि सरकारी मेडिकल कॉलेजों की संख्या में हर वर्ष बढ़ोतरी हो रही है। साल 2021 की ताजा जानकारी के अनुसार भारत के कुल मेडिकल कॉलेजों की संख्या नीचे टेबल में दी है।
Private Medical College in India | 324 |
Govt Medical College in India | 271 |
Total Medical College in India | 595 |
अगर आप स्टेट वाइज़ मेडिकल कॉलेजों की लिस्ट देखना चाहते है तो नीचे दी गई टेबल से देख सकते है। इस टेबल में सरकारी एवं प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में डीम्ड, सेंट्रल यूनिवर्सिटी एवं एम्स इंस्टिट्यूट भी स्टेट वाइज़ ऐड किए गए है।
राज्य का नाम | Govt Colleges | Private Colleges | कुल कॉलेजों की संख्या |
---|---|---|---|
Andhra Pradesh | 13 | 18 | 31 |
Andaman & Nicobar Islands | 1 | 0 | 01 |
Assam | 8 | 0 | 08 |
Arunachal Pradesh | 1 | 0 | 01 |
Bihar | 11 | 7 | 18 |
Chandigarh | 1 | 0 | 01 |
Chhattisgarh | 7 | 3 | 10 |
Dadar & Nagar Haveli | 1 | 0 | 01 |
Delhi | 8 | 2 | 10 |
Goa | 1 | 0 | 01 |
Gujarat | 17 | 13 | 30 |
Haryana | 5 | 7 | 12 |
Himachal Pradesh | 6 | 1 | 07 |
Jammu & Kashmir | 8 | 1 | 09 |
Jharkhand | 7 | 1 | 08 |
Karnataka | 19 | 42 | 61 |
Kerala | 10 | 24 | 34 |
Madhya Pradesh | 14 | 9 | 23 |
Maharashtra | 27 | 34 | 60 |
Manipur | 2 | 0 | 02 |
Meghalaya | 1 | 0 | 01 |
Mizoram | 1 | 0 | 01 |
Nagaland | 0 | 0 | 00 |
Odisha | 8 | 4 | 12 |
Pondicherry | 2 | 7 | 09 |
Punjab | 4 | 7 | 11 |
Rajasthan | 16 | 8 | 24 |
Sikkim | 0 | 1 | 01 |
Tamil Nadu | 37 | 32 | 69 |
Telangana | 11 | 23 | 34 |
Tripura | 1 | 1 | 02 |
Uttar Pradesh | 26 | 31 | 57 |
Uttarakhand | 4 | 2 | 06 |
West Bengal | 20 | 6 | 26 |
Total | 271 | 324 | 595 |
भारत एक बहुत बड़ा देश है तो भारत में मेडिकल संस्थानों एवं डॉक्टरों की भी बहुत बड़ी जरूरत रहती है। इस बात को मद्धेनजर रखते हुए भारत में हर साल मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा नए सरकारी एवं प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों को मान्यता दी जाती है। इसके साथ ही कई पुराने मेडिकल कॉलेजों में विभिन्न चिकित्सा कोर्सों जैसे एमबीबीएस, बीडीएस इत्यादि की सीटों में इजाफा किया जाता है।
चिकित्सा कोर्सेज में प्रवेश के लिए आयोजित होने वाली नीट परीक्षा को पास करके स्टूडेंट्स अलग-अलग राज्यों की इन सरकारी एवं प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लेते है। अगर कोई स्टूडेंट्स एम्स जैसे इंस्टिट्यूट से एमबीबीएस करना चाहता है तो उसे अच्छे अंकों के साथ नीट एग्जाम को क्रैक करना होता हैं।