वैज्ञानिकों ने खोजा नया मटेरियल, इस पर जितनी ज्यादा फोर्स लगेगी ये उतना मजबूत व्यवहार करेगा

नई दिल्ली- अब स्मार्टवॉच बैंड, वियरेबल सेंसर्स और हेल्थ मॉनिटर करने वाले इलेक्ट्रिक गैजेट्स हथौड़ा मारने या खींचने पर भी नहीं टूटेंगे, क्योंकि यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के वैज्ञानिकों ने एक ऐसा मटीरियल इन्वेंट किया है, जिसे खींचकर या पटक कर भी तोड़ा नहीं जा सकता है। इसके अलावा इस मटीरियल से 3डी प्रिंटर की मदद से मानव अंगों को भी प्रिंट किया जा सकेगा। दरअसल, यह एडॉप्टिव ड्यूरेबिलिटी का सिद्धांत फॉलो करता है। इससे बने पदार्थ कठोर वातावरण में भी डैमेज नहीं होंगे।

इन पर जितनी ज्यादा फोर्स लगाई जाएगी, ये उतना ही ज्यादा टफ यानी कठोर बिहेवियर शो करेंगे। वैज्ञानिकों ने पॉली (2-एक्रिलामिडो-2-मिथाइलप्रोपेनसल्फोनिक एसिड), पॉलीएनिलीन के छोटे मॉलिक्यूल्स और हाई कंडक्टर पॉली (3,4-एथिलीनडाइऑक्सीथियोफीन) पॉलीस्टाइनिन सल्फोनेट के बड़े मॉलिक्यूल्स को मिलाकर यह मटीरियल बनाया है। जब इस पर कम फोर्स लगाया गया, तब इसका शेप और साइज बदल गया, लेकिन जब फोर्स बढ़ाई गई तब यह मटेरियल और ज्यादा कठोर व्यवहार करने लगा। इसमें 10 फीसदी पॉलीस्टाइनिन सल्फोनेट की मात्रा बढ़ाने पर इसकी एडॉप्टिव ड्यूरेबिलिटी और कन्डक्टिविटी भी बढ़ गई।

खाने वाले कॉर्न-स्टार्च से इंस्पायर्ड है मटीरियल
नया मटीरियल वास्तव में खाना पकाने में उपयोग किए जाने वाले कॉर्न स्टार्च से इंस्पायर्ड है। कॉर्न स्टार्च का पानी के साथ बना घोल धीरे से और कम फोर्स लगाए जाने पर लिक्विड की तरह काम करता है और तेजी से पंच करने या मुक्का मारने पर सॉलिड की तरह काम करता है। वास्तव में इस मटीरियल के बिहेवियर में यह अंतर उसके पार्टिकल्स के साइज डिफरेंस के चलते होता है।

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