साइक्लोन असानी LIVE: लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने का अलर्ट; बिहार में आसमान में छाए बादल 125 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं

भुवनेश्वर/कोलकाता- बंगाल की खाड़ी में प्रवेश करने के बाद साइक्लोन असानी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने ओडिशा, बंगाल और आंध्र प्रदेश में तूफानी बारिश का अलर्ट जारी किया है। IMD भुवनेश्वर के वरिष्ठ वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने बताया- कल ओड़िशा के तटीय इलाकों में भारी बारिश के आसार हैं। अगले 48 घंटों में यह चक्रवात कमजोर हो जाएगा।

IMD के मुताबिक साइक्लोन असानी का असर सबसे अधिक कार निकोबार से लगभग 610 किमी उत्तर-पश्चिम में, पोर्ट ब्लेयर से 500 किमी पश्चिम में, विशाखापत्तनम से 810 किमी दक्षिण-पूर्व और पुरी से 880 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में देखने को मिलेगा।

बंगाल की खाड़ी में सक्रिय असानी तूफान का असर दिखना शुरू हो गया है। बिहार के कई जिलों में सुबह से ही आसमान में बादल छाए हुए हैं। तूफान की जिसकी वजह से 12 मई को पूर्वी-पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, बांका, किशनगंज, भागलपुर सहित 15 जिलों में हल्की बारिश के आसार हैं। इस दौरान 13 से 17 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।

कल ओडिशा में बारिश के आसार

IMD भुवनेश्वर के वरिष्ठ वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने बताया- असनी चक्रवात अभी पुरी के दक्षिण-दक्षिण पूर्व की दिशा में लगभग 680 किमी और विशाखापत्तनम से 580 किमी दूर है। अगले 48 घंटों में यह कमजोर हो जाएगा। 10 मई तक उत्तर-पश्चिम दिशा में उत्तर आंध्र और ओडिशा तट के उत्तर-पश्चिम से सटे पश्चिम-मध्य में आगे बढ़ना जारी रखेगा। ओडिशा के कुछ तटीय जिलों में 10 मई से इसके प्रभाव में भारी बारिश हो सकती है।

पश्चिम बंगाल में आंधी-तूफान का अलर्ट

वहीं, IMD कोलकाता ने पश्चिम बंगाल के हावड़ा, कोलकाता, हुगली और पश्चिम मिदनापुर जिलों में आंधी-तूफान के साथ हल्की बारिश की संभावना जताई है। आंधी-तूफान के दौरान लोगों को सुरक्षित स्थान पर रहने की सलाह दी गई है।

90 से 125 किमी/घंटे की रफ्तार से चलेंगी हवाएं

IMD ने अनुमान जताया है कि जिस रफ्तार से तूफान ने बंगाल की खाड़ी में प्रवेश किया, ऐसे में 9 मई को बंगाल और ओडिशा में 90 किमी/घंटे और 10 मई को 125 किमी/घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। इस दौरान तूफानी बारिश भी होगी।

ओडिशा के पुरी स्थित समुद्री तट पर मछुआरों ने अपनी नावों को पलटना शुरू कर दिया है।

ओडिशा के 4 पोर्ट डेंजर जोन घोषित

ओडिशा रिलीफ कमिश्नर पीके जेना ने बताया कि राज्य के 4 पोर्ट पारादीप, गोपालपुर, धमरा और पुरी को डेंजर जोन घोषित किया गया है। इन इलाकों में NDRF और ODARF की तैनाती की गई है। हमने समुंद्री इलाकों में सभी मछुआरों के लिए चेतावनी जारी कर दी है।

ममता बनर्जी ने 3 दिन तक सभी कार्यक्रम रद्द किए
पश्चिम बंगाल में तूफान के खतरे को देखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं। 9, 10 और 11 मई को ममता बनर्जी नवान्न (सचिवालय) से साइक्लोन असानी की मॉनिटरिंग करेंगी। रविवार को मौसम केंद्र कोलकाता ने अंदेशा जताया था कि अंत समय में तूफान का डायरेक्शन बदल सकता है और यह बंगाल के समुद्री तटों से टकरा सकता है।

झारखंड-बिहार समेत इन राज्यों पर होगा असर
चक्रवाती तूफान असानी का असर ओडिशा के अलावा बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, आंध्र प्रदेश समेत कई राज्यों में देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग ने इन राज्यों के लिए भी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है।

छत्तीसगढ़ में तूफान का असर नहीं, लेकिन तापमान कम हुआ
उड़ीसा के तट पर आए चक्रवाती तूफान असानी का असर कांकेर जिले में भी देखने को मिल रहा है। इससे बारिश की संभावना नहीं है, लेकिन तेज हवाएं चलने से तापमान में गिरावट आई है। सोमवार को आसमान साफ रहा। तेज धूप से गर्मी से लोग परेशान रहे। मौसम विभाग ने 10 व 11 मई को भी मौसम साफ रहने की संभावना जताई है। छत्तीसगढ़ के सुकमा और सुकमा से लगे ओडिशा के मलकानगिरी दोनों जगह मौसम खुला है। धूप निकली है। जगदलपुर समेत छत्तीसगढ़-ओडिशा बॉर्डर के अंतिम छोर नगरनार-धनपुंजी इलाके में भी मौसम खुला है।

मौसम विभाग ने मछुआरों को बुधवार तक समुद्र में न जाने का अलर्ट जारी किया है।
मौसम विभाग ने मछुआरों को बुधवार तक समुद्र में न जाने का अलर्ट जारी किया है।

साल 2022 का पहला साइक्लोन

असानी इस साल का पहला चक्रवाती तूफान है। इससे पहले 2021 में 3 चक्रवाती तूफान आए थे। दिसंबर 2021 में साइक्लोन जावद आया था। वहीं, सितंबर 2021 में साइक्लोन गुलाब ने दस्तक दी थी, जबकि मई 2021 में साइक्लोन यास ने बंगाल, बिहार समेत कई राज्यों में कहर बरपाया था।

भविष्य के साइक्लोन के नाम अभी से तय

चक्रवात आसनी श्रीलंका द्वारा दिया गया एक नाम है जिसका अर्थ सिंहली में ‘क्रोध’ होता है। आसनी के बाद बनने वाले चक्रवात को सितारंग कहा जाएगा, जो थाईलैंड द्वारा दिया गया नाम है। भविष्य में जिन नामों का इस्तेमाल किया जाएगा उनमें भारत के घुरनी, प्रोबाहो, झार और मुरासु, बिपरजॉय (बांग्लादेश), आसिफ (सऊदी अरब), दीक्सम (यमन) और तूफान (ईरान) और शक्ति (श्रीलंका) शामिल हैं।

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