फरवरी माह के प्रमुख व्रत और त्योहार –
1-मौनी अमावस्या (मंगलवार, 1 फरवरी) –
फरवरी माह की शुरूआत मौनी अमावस्या या माघी अमावस्या से हो रही है। सभी अमावस्या तिथियों में मौनी अमावस्या का विशेष महत्व है। इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में गंगा स्नान करना मोक्ष दायक माना जाता है।
2-माघ गुप्त नवरात्रि (बुधवार, 2 फरवरी) –
साल 2022 की पहली नवरात्रि 02 फरवरी से शुरू हो रही है। ये माघ माह की गुप्त नवरात्रि है, इस नवरात्रि में दश महाविद्याओं के पूजन का विधान है। नवरात्रि की समाप्ति 11 फरवरी को होगी।
माघ माह के शुक्ल पक्ष की विनायक चतुर्थी का व्रत 04 फरवरी को रखा जाएगा। इस दिन गणेश जयंति का भी पर्व मानाया जाएगा।
4-बसंत पंचमी ( शनिवार, 5 फरवरी) –
बसंत पंचमी का त्योहार माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन मनाया जाता है। इस दिन को मां सरस्वती के प्रकट्य दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन मां सरस्वती के पूजन का विधान है।
5-रथ सप्तमी, अचला सप्तमी (सोमवार, 7 फरवरी)-
रथ सप्तमी या सूर्य सप्तमी का त्योहार 07 फरवरी को मनाया जाएगा। पौराणिक कथा के अनुसार इस दिन भगवान सूर्य अपने सात घोड़ों के रथ पर सवार हो कर प्रकट हुए थे। इस दिन सूर्य देव की जंयति मनाई जाती है।
6-दुर्गा अष्टमी व्रत, भीष्म अष्टमी – मंगलवार, 8 फरवरी
7-महानंदा नवमी – बुधवार, 9 फरवरी
8-रोहिणी व्रत – गुरुवार, 10 फरवरी
9-जया एकादशी (शनिवार, 12 फरवरी) –
माघ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का व्रत और पूजन 12 फरवरी को किया जाएगा। इस एकादशी को जया एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के पूजन का विधान है।
10-विश्वकर्मा जयंती, प्रदोष व्रत (सोमवार, 14 फरवरी)-
देवशिल्पी भगवान विश्वकर्मा की जयंती इस साल 14 फरवरी को मनाई जाएगी। साथ ही इस दिन सोमा प्रदोष का भी संयोग है। ये संयोग भगवान शिव के पूजन के लिए विशेष फलदायी है।
11- माघ पूर्णिमा, संत रविदास जयंती, माघ स्नान समाप्त – (बुधवार, 16 फरवरी) –
माघ पूर्णिमा का स्नान और पूजन 16 फरवरी को किया जाएगा। इस दिन से माघ माह और कल्पवास की समाप्ति होगी। इसके साथ ही संत रविदास जयंती भी मनाई जाएगी।
12- संकष्टी चतुर्थी – रविवार, 20 फरवरी
13- बुद्ध अष्टमी व्रत, कालाष्टमी – बुधवार, 23 फरवरी
14- स्वामी दयानंद सरस्वती जयंती – शनिवार, 26 फरवरी
15- विजया एकादशी (रविवार, 27 फरवरी)-
फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी 27 फरवरी को पड़ रही है। इस एकादशी को विजया एकादशी के नाम से जाना जाता है।
16-सोम प्रदोष व्रत ( सोमवार, 28 फरवरी) –