पौष पूर्णिमा के दिन करें ये खास उपाय, जीवन से हर एक कष्ट होगा छूमंतर, धन में होगी समृद्धि

Paush Purnima 2022: पौष पूर्णिमा के दिन करें ये खास उपाय, जीवन से हर एक कष्ट होगा छूमंतर, धन में होगी समृद्धि

पौष पूर्णिमा (Paush Purnima 2022 ) आज यानी कि 17 जनवरी 2022 को देशभर में मनाई जा रही है. इस खास दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की पूजा की जाती है. अगर आज के लिए पूरी श्रद्धा से पूजा-अर्चना करने के बाद भगवान से जो भी मनोकामना पूरी करने की प्रार्थना की जाती है, वो पूरी होती है. हिंदू धर्म में अनेकों सालों से पूर्णिमा  के दिन व्रत रख जाता है. भगवान विष्णु के साथ ही इस दिन चंद्रमा और देवी लक्ष्मी (Maa laxmi) की पूजा करने से धन में वृद्धि होती है. इसके साथ ही जीवन में सुख समृद्धि की बहार आ जाती  है.ऐसे में आइए जानते हैं,  आइए जानते हैं कि आज कैसे धन और सुख समृद्धि के लिए  पूजा-अर्चना की जाए.

सुख सौभाग्य पाने और धन संबंधी परेशानी दूर करने के लिए करें लिए पौष पूर्णिमा को करें ये उपाए

1-पौष पूर्णिमा के दिन सूर्योदय के साथ ही स्नान जरूर करना चाहिए

2-पौष पूर्णिमा के दिन  घर के  मुख्य द्वार और हो सके तो घर के दरवाजों पर आम और अशोक के पत्तों का तोरण लगाना चाहिए, ये बहुत ही शुभ माना जाता है कि तोरण को लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और उस घर में वास करती हैं.

3-पूर्णिमा तिथि का दिन भगवान सत्यनारायण एवं मां लक्ष्मी को समर्पित होती है. ऐसे में इस दिन  भगवान विष्णु व मां लक्ष्मी की पूरे विधि-विधान से स्नान करने के बाद भक्तों को पूजा-अर्चना करना चाहिए और फिर इस दिव व्रत आदि रखना चाहिए. ऐसा करने से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं.

3- मान्यता के अनुसार पूर्णिमा के दिन व्रत की सिद्धि के लिए भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी के सामने घी का व्रत पूरा होने तक एक अखंड दीपक जलाना चाहिए.

4-इतना ही नहीं इस दिन दीपदान करना भी शुभ माना गया है. मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए  आसमान के नीचे सांयकाल घर, मंदिर, पीपल का वृक्ष व तुलसी के आगे दीपक जलाना चाहिए.

5-पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की पूजा का भी महत्व है, ऐसे में चंद्रोदय के समय चन्द्रमा को कच्चे दूध में चीनी और चावल मिलाकर अर्ध्य  देना चाहिए, इससे सभी कष्टों को नाश होता है.

6- इतना ही नहीं भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए इस दिन भजन और रात्रि जागरण करना भी शुभ मामना जाता है. पूरी रात भगवान को याद करने से कष्टों का निवारण होता है.

7-पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण की कथा समर्थ के अनुसार करवाना चाहिए और कथा करना नहीं सकते तो कथा सुन भी सकते हैं, ये फलदायी माना जाता है

8-इसके अलावा इस दिन विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ व ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ का जाप करना चाहिए. ऐसा करने से प्राणी पापमुक्त होता है. कर्ज से छुटकारा मिलता है.

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