अब वेबसाइट का नाम अंग्रेजी में नहीं बल्कि हिंदी में दर्ज होगा और लोग इस भाषा में ही यूआरएल दर्ज करके वेबसाइट की तलाश या अन्य सरकारी जानकारियां ले सकेंगे।
पुणे- हिंदी भाषा का नई ताकत और मजबूती देने के लिए भारत सरकार की ओर से अहम कदम उठाया जा रहा है। अब इसी क्रम में भारत सरकार हिंदी का इटरनेट मीडिया की मान्य भाषा बनाने के लिए ऐतिहासिक पहल की है। इसके तहत अब सरकारी विभागों, मंत्रालयों आर संगठनों का हिंदी स्वरूप अंग्रेजी के बजाय अब हिंदी डोमेन में चलाने का निर्णय लिया गया है।
इसका मतलब है कि अब वेबसाइट का नाम अंग्रेजी में नहीं बल्कि हिंदी में दर्ज होगा और लोग इस भाषा में ही यूआरएल दर्ज करके वेबसाइट की तलाश या अन्य सरकारी जानकारियां ले सकेंगे। इससे हिंदी भाषी लोगों को बड़ी राहत मिलेगी कि जो लोग अंग्रेजी में वेबसाइट का नाम होने से चीजों की जानकारी नहीं ले पाते थे, वे अब आसानी से सर्च कर ऑनलाइन जानकारी ले सकेंगे।
इंडिया पोर्टल वेबसाइट बनया गया
इसकी शुरुआत के लिए भारत सरकार की ओर से ‘इंडिया पोर्टल’ वेबसाइट को विकसित किया गया है। इसे इंडिया.सरकार.भारत एड्रेस से लाइव किया गया है। इसी तरह दूसरे मंत्रालयों की वेबसाइट्स को भी हिंदी डोमेन के साथ उतारा जाएगा।
हिंदी में रख सकेंगे ई-मेल एड्रेस का नाम
भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार, इंटरनेट गवर्नेंस विशेषज्ञ हरीश चौधरी ने कहा कि इस नई पहल के लागू हो जाने के बाद लोग ईमेल एड्रेस भी हिंदी में बना सकेंगे। वहीं सरकारी अधिकारी भी ईमेल हिंदी पते से भेज सकेंगे। हिंदी ईमेल उदाहरण के तौर पर समझें तो गृह मंत्रालय के सचिव का ईमेल एड्रेस- सचिव@सरकार.भारत रख सकेंगे।
अभी किस डोमेन पर चलती है वेबसाइट
भारत सरकार की वेबसाइट्स अभी gov.in पर चलती हैं, जो देश का अपना डोमेन है। वहीं दूसरे देशों की बात करें तो जैसे पाक का .pk, फ्रांस का .fr, इटली का .it और चीन का .cn है। दुनियाभर में अभी .com डोमेन का बोलबाला है। इसके करीब 20 करोड़ रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं, जबकि भारत के .in के करीब 25 लाख पंजीकरण हैं।