बुलढाणा जिले में बचा मात्र 11.62 प्रतिशत जल भंडारण

बुलढाणा –  राज्य भर के जलाशयों में बड़ी कमी आ रही है. ऐसे में राज्य में जल संकट गहराने से नागरिकों को अप्रैल महीने में ही पानी के लिए बड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. पिछले मानसून में वर्षा की कमी के कारण अकेले बुलढाणा जिले के तीन बड़े और पांच मध्यम जलाशयों में जल भंडारण के कारण इस वर्ष जिले के कई हिस्सों में पानी की कमी हो गई है ।दूसरी ओर, चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं कि बुलढाणा जिले में 11. 62% जल भंडार बचा हुआ है। मई माह की शुरुआत में जिले में उपयोगी जल भंडार में भारी कमी होने के कारण अगले दो माह में जिले को भीषण जल संकट का सामना करना पड़ेगा। इसलिए नागरिकों से अनुरोध है कि वे पानी का संयम से उपयोग करें। 

बुलढाणा जिले में 11.62% जल संग्रहण 

वर्ष 2023-24 में बुलढाणा जिले में मानसून में कम बारिश हुई. बांध के जलग्रहण क्षेत्र में कम बारिश के कारण जिले की तीन बड़ी परियोजनाएं और पांच मध्यम परियोजनाएं नहीं भर पाई हैं। ऐसे में अब गर्मियों में इन बांधों में पानी का भंडारण नहीं है और जिले के कई हिस्सों में पानी की भारी कमी पैदा हो गई है. मानसून के अंत में जिले में औसत जल भंडारण 63 प्रतिशत था. लेकिन इस वर्ष वाष्पीकरण एवं अन्य कारणों से इस जल भण्डार में कमी आने से वर्तमान में जिले में मात्र ग्यारह पूर्ण 62 प्रतिशत जल भण्डार ही शेष रह गया है। बरसात के मौसम में अभी दो महीने बाकी हैं, ऐसे में तस्वीर यह है कि आने वाले समय में जिले में पानी की भारी कमी होगी.

शहरी क्षेत्र में 10 दिन और ग्रामीण क्षेत्र में 12 दिन बाद जलापूर्ति 

बुलढाणा जिले के कई गांवों में पानी की भारी कमी हो गई है और इस वजह से जिला प्रशासन ने 150 से अधिक गांवों में टैंकरों से पानी की आपूर्ति शुरू कर दी है।  बरसात का मौसम आने में अभी दो महीने बाकी हैं। इसी प्रकार परियोजना में उपयोगी जल भण्डारण दिन प्रतिदिन कम होता जा रहा है। इससे जिले में पानी की भारी कमी हो रही है. नागरिकों को बड़ी मात्रा में पेयजल की आपूर्ति करना आवश्यक है। जिले के कई शहरी इलाकों में 10 दिन और ग्रामीण इलाकों में 12 दिन बाद पानी की आपूर्ति की जा रही है. भविष्य में इन दिनों की संख्या बढ़ने की संभावना है.

राज्य में ‘जल आपातकाल’!   

राज्य के सभी बांधों में जल भंडारण की स्थिति लबालब जैसी है. पिछले वर्ष मानसून में कम वर्षा के कारण कई परियोजनाओं में जल संग्रहण नहीं हो पाया है, जिससे स्थिति गंभीर है. चाहे छत्रपति संभाजी नगर जिले में नाथसागर परियोजना हो या बुलढाणा में खडकपूर्णा परियोजना, आने वाले समय में ऐसी महत्वपूर्ण और बड़ी परियोजनाओं में जल भंडारण शून्य हो जाएगा, अब राज्य में पानी की गंभीर कमी होगी। इसलिए प्रशासन को जल्द से जल्द इस ओर ध्यान देना जरूरी है. 

बुलढाणा जिले में तीन प्रमुख परियोजनाएं जल भंडारण प्रस्तुत करती हैं

  • नलगंगा परियोजना – 25.36%
  • खड़कपूर्णा परियोजना – 00.00%
  • पेंटाकाली परियोजना – 15.21 %

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