IIT रुड़की : देश ही नहीं एशिया के सबसे पुराने इंजीनियरिंग कॉलेज यानि की इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) रुड़की ने अपने अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम के करिकुलम में बदलाव किया है. करिकुलम में बदलाव छात्रों की वैश्विक आकांक्षाओं को देखते की गई है.
नया पाठ्यक्रम साल 2023 में बीटेक, बीएआरच, बीएस-एमएस और एकीकृत एमटेक कार्यक्रमों में प्रवेश पाने वाले यूजी छात्रों के लिए पेश किया जाएगा. संशोधित पाठ्यक्रम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग (एआई/एमएल), डेटा साइंस, इंडियन नॉलेज सिस्टम (आईकेएस), टिंकरिंग एंड मेंटरिंग, टैलेंट एनहांसमेंट बास्केट (टीईबी), उद्यमिता, पर्यावरण विज्ञान और स्थिरता (ईएसएससी), समुदाय पर अनिवार्य पाठ्यक्रम शामिल हैं.
बता दें कि इस पाठ्यक्रम में बदलाव नई शिक्षा नीति को ध्यान में रखते हुए किए गए हैं. संस्थान के अधिकारियों के अनुसार नए पाठ्यक्रम में कार्यक्रमों में छात्र पहले सेमेस्टर में सॉफ्ट स्किल्स, मैथ्स, फिजिक्स, कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, टिंकरिंग और मेंटरिंग व इंजीनियरिंग साइंस के पाठ्यक्रमों का अध्ययन करेंगे. सॉफ्ट स्किल्स पर पाठ्यक्रम संचार, समूह चर्चा, कौशल सहित छात्रों के समग्र व्यक्तित्व को निखारने का काम करेगा.
आईआईटी रुड़की ने कहा कि छात्रों को एक अनिवार्य पाठ्यक्रम के माध्यम से पारंपरिक भारतीय ज्ञान प्रणाली के महत्व से अवगत कराया जाएगा. कम्युनिटी आउटरीच (कोर) पर एक अनिवार्य पाठ्यक्रम भी इस संशोधित पाठ्यक्रम का हिस्सा होगा.