ICICI बैंक का शुद्ध-मुनाफा 17.4% बढ़ा

नई दिल्ली- प्राइवेट बैंक ICICI ने शनिवार (27 अप्रैल) को Q4FY24 यानी वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही के नतीजे जारी किए। जनवरी-मार्च तिमाही में बैंक का नेट प्रॉफिट यानी शुद्ध-मुनाफा सालाना आधार (YoY) पर 17.4% बढ़कर ₹10,708 करोड़ रहा।पिछले साल इसी तिमाही (Q4FY23) में बैंक का शुद्ध मुनाफा ​​​₹9,122 करोड़ रहा था। चौथी तिमाही में बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) यानी शुद्ध ब्याज आय साल-दर-साल (YoY) आधार पर 8.1% बढ़कर 19,093 करोड़ रुपए रही।ICICI बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने प्रति शेयर 10 रुपए के डिवेडेंड (लाभांश) को भी मंजूरी दी है। कंपनियां अपने शेयरधारकों को मुनाफे का कुछ हिस्सा देती हैं, उसे डिविडेंड कहते हैं।

चौथी तिमाही में ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट 2.16% रहा

चौथी तिमाही में ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग (NPA) एसेट 2.16% रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही के 2.81% से कम है। वहीं मार्च तिमाही के लिए नेट NPA साल-दर-साल (YoY) आधार पर 0.48% से सुधर कर 0.42% रहा।मार्च तिमाही में बैंक नेट इंटरेस्ट मार्जिन सालाना आधार पर गिरकर 4.40% रहा। पिछले साल की मार्च तिमाही में यह 4.90% रहा था।

ICICI बैंक के शेयर ने एक साल में 21.04%​​​​​​ रिटर्न दिया

रिजल्ट के एक दिन पहले शुक्रवार को ICICI बैंक का शेयर 0.27% की गिरावट के साथ 1,110.75 रुपए पर बंद हुआ था। इसके साथ ही बैंक का मार्केट कैप भी 7.78 हजार करोड़ रुपए पर पहुंच गया है।बीते एक महीने में बैंक का शेयर करीब 1.60% बढ़ा है। वहीं पिछले छह महीने में इसका शेयर 20.09% बढ़ा है। पिछले एक साल में इसने निवेशकों को 21.04% रिटर्न दिया।

1955 में ICICI बैंक की स्थापना हुई थी

ICICI बैंक लिमिटेड एक इंडियन मल्टीनेशनल बैंक और फाइनेंशियल सर्विस कंपनी है जिसका मुख्यालय मुंबई में है। इसकी स्थापना 1955 में विश्व बैंक, भारत सरकार और इंडियन इंडस्ट्री रिप्रेजेंटेटिव की पहल पर किया गया था। 1999 में ICICI न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट होने वाली पहली भारतीय कंपनी और गैर-जापान एशिया का पहला बैंक बना। ICICI बैंक के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर यानी CEO संदीप बख्शी हैं।

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