
कई साल के अंतराल के बाद पहली बार अत्यंत संघर्षपूर्ण भिड़ंत का नजारा देखा गया जिसमे खंडेलवाल जि का नियोजन सफल रहा । किंतु लंबे अंतराल के बाद चुनाव में पहली बार 14 सदस्यों ने इस चुनाव में हिस्सा भी नहीं लिया था। जबकि अन्य चुनाव में एक या दो मतदाता ही निजी कारणों या स्वास्थ्य ठीक न होने से मतदान नहीं कर पाते थे। 14 लोगों की अनुपस्थिति रही जिस वजह से 822 की जगह 808 सदस्यों ने ही मतदान किया था.
नागपुर में हुए विधान परिषद के चुनाव में भाजपा के चंद्रशेखर बावनकुले ३६२ मत लेकर विजयी हुए नागपुर में महाविकास अधाड़ी की अनेक मत फूटे जिसकी वजह से १८६ मतों से उनका विजय हुआ






