बस किराया- होली से पहले यात्रियों की भरमार होने से निजी बस संचालकों की मनमानी बढ़ गई है, इंदौर, भोपाल सहित अन्य शहरों से महाराष्ट्र, मुंबई और अन्य बड़े शहरों तक आवाजाही करने वाली बसों का किराया लगभग डबल हो गया है, वहीं ट्रेनें भी फुल चल रही हैं, लोगों को तत्काल तक में रिजर्वेशन नहीं मिल रहा है, अगर ऐसे में आप भी होली पर अपने घर या कहीं रिश्तेदारों के यहां जा रहे हैं, तो पहले बस और ट्रेनों की स्थिति पता कर लें, ताकि आपको किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
होली की छुट्टी होने से ट्रेनों में बंपर बुकिंग हो रही है। दिल्ली, मुंबई, पुणे जैसे शहरों के लिए 4 से 7 मार्च तक आने तो 7 से 9 मार्च तक जाने वालों की भीड़ है। दोनों ओर से इन रूटों पर 50 से लेकर 300 तक की वेटिंग है। दूसरी ओर मौका देखकर बस वालों ने किराया बढ़ा दिया है।
होली पर इंदौर से कामकाजी लोग दिल्ली, मुंबई और पुणे की ओर आना-जाना करेंगे। बड़ी संख्या में लोग होली मनाने मथुरा-वृंदावन भी जाते हैं। दिल्ली की अधिकांश ट्रेनें यहां से गुजरती हैं, इसलिए दिल्ली की ट्रेनों में सबसे ज्यादा भीड़ है। ऐसे में लोग बस से सफर करेंगे। रेलवे ने स्पेशल ट्रेन नहीं चलाई है। अतिरिक्त कोच की व्यवस्था भी नहीं की है।
अधिकारी खामोश
बस संचालकों ने किराया दोगुना तक कर दिया है। मुंबई की बसों का किराया 2700 तक हो गया है, जो दोगुना है। 1400 से 2700 रुपए तक किराया लिया जा रहा है। पुणे के लिए 1400 से 2500 तक किराया लिया जा रहा है। बस संचालकों की मनमानी पर परिवहन विभाग का अमला खामोश बैठा है।
ट्रेनों की स्थिति
पुणे के लिए इंदौर-दौंड एक्सप्रेस में एसी-स्लीपर कोच के लिए 4 से 7 मार्च तक 300, अवंतिका एक्सप्रेस में 70 से 150 और हजरत निजामुद्दीन एक्सप्रेस में 200 तक की वेटिंग है।