छोटे बच्चों की प्रतिकार क्षमता अच्छी होती है, उन्हें कोरोना अथवा कोरोना मुक्ति के बाद भी खतरा नहीं है, ऐसा समझ रहे हैं तो सावधान हो जाये….

क्योंकि कोरोना की दूसरी लहर में छोटे बच्चों में संक्रमण का प्रमाण बढ़ने की जानकारी स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने दी है . लक्षण के समय इलाज नहीं करने पर कोविड मुक्ति के बाद कावासाकी सिंड्रोम यह पोस्ट कोविड जैसी बीमारी होने का खतरा होता है. बीच में मुंबई, नागपुर में कुछ दिनों पहले कावासाकी के मरीज पाए गए थे. अकोला में भी करीब 60 से अधिक छोटे बच्चों में पोस्ट कोविड के मरीज पाए गए. इसमें से ज्यादातर बच्चों में मामूली समस्याएं थीं. लेकिन 15 बच्चों को सिग्निफिकंट हार्ड डीसिज होने की जानकारी सामने आई है.
साथ ही इलाज के दौरान दो बच्चों की मृत्यु भी होगी, यह जानकारी बालरोग विशेषज्ञों ने दी. इन सभी का इलाज शहर के निजी अस्पतालों में किया गया है. ज्यादातर बच्चों का स्वास्थ्य सुधर रहा है. ऐसा डॉक्टरों ने बताया इसके अलावा सर्वोपचार अस्पताल में दो बाल मरीजों का इलाज किया जा रहा.



