देखे कौनसा स्टेशन किस नंबर पर
आंकड़ाें पर गौर किया जाए तो खाने की सप्लाई के मामले में दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े स्टेशन तो टॉप फाइव की लिस्ट में कहीं भी नहीं आते हैं. पहले नबर पर इटारसी रेलवे स्टेशन नाम है इसके बाद देखा जाए तो दूसरे नंबर पर नागपुर स्टेशन है, जहां पर हर महीने 17 हजार मील सप्लाई होती हैं. इसके बाद भोपाल में 16 हजार, विजयवाड़ा में 15800, और पांचवे नंबर पर सूरत आता है जहां पर 14800 मील हर महीने सप्लाई होती हैं.
टॉप 10 में भी कहीं नहीं
बड़े मेट्रो शहरों के स्टेशन तो टॉप 10 में भी अपनी जगह कहीं नहीं बना सके. टॉप 10 की तरफ गौर किया जाए तो, छठे नंबर पर भुसावल रेलवे स्टेशन आता है जहां पर हर महीने करीब 12200 लोग ऑनलाइन मील ऑर्डर करते हैं. उसके बाद रतलाम 12000, बड़ौदा 11700, झांसी 11400 और अहमदाबाद 11000 के साथ दसवें नंबर पर मौजूद है.
आखिर क्यों बड़े स्टेशन पीछे
आखिर दिल्ली, मुंबई, कोलकता और चेन्नई जैसे बड़े स्टेशनों पर खाने की सप्लाई कम होने के पीछे क्या कारण है. इस बात पर रेलवे की स्टडी के अनुसार इन बड़े स्टेशनों से ज्यादातर ट्रेनें या तो शुरू होती हैं या फिर यहां पर खत्म होती हैं. जबकि लोग खाना उन स्टेशनों पर ज्यादा बुक कराते हैं जहां से ट्रेन डिनर या लंच के समय गुजर रही हों.
सैकड़ाें स्टेशनों पर खाना सप्लाई की सुविधा
रेलवे में 300 स्टेशनों पर ऑनलाइन खाना सप्लाई करने की सुविधा मौजूद है. यहां हर रोज 21000 से ज्यादा मील सप्लाई होते हैं. यह खाना रेलवे के 1800 से ज्यादा एक्टिव वेंडर्स बनाते और सप्लाई करते हैं. रेलवे के पास फिलहाल zoop, rail reciepi, yateribhojan.com जैसे 11 एग्रीगेटर्स हैं. जबकि रेलवे के साथ b2c यानी business to consumers के तौर पर phone pay, just dial, google pay और make my trip जैसी कंपनियां भी जुड़ी हुई हैं.