नई दिल्ली: संसद के मानसून सत्र का आज 7वां दिन है। मंगलवार को विपक्ष ने GST और महंगाई पर जोरदार हंगामा किया। इसके बाद राज्यसभा से विपक्ष के 19 सांसदों को एक हफ्ते के लिए सस्पेंड कर दिया गया। हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही पहले एक घंटे और फिर दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी। इधर, लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद ही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी।सस्पेंड किए गए सांसदों में सुष्मिता देव, डॉ. शांतनु सेन और डोला सेन के अलावा मौसम नूर, शांता छेत्री, नदीमुल हक, अभी रंजन विश्वास (सभी तृणमूल कांग्रेस) के अलावा ए. रहीम और शिवदासान (वामदल), कनिमोझी (डीएमके), बीएल यादव (टीआरएस) और मोहम्मद अब्दुल्ला का नाम शामिल है। खास बात यह है कि इनमें कांग्रेस का कोई सांसद नहीं है।
राज्यसभा से तृणमूल, DMK, TRS और CPI के कुल 19 सांसद निलंबित किए गए हैं।
सोमवार को कांग्रेस के चार सांसद निलंबित हुए
लोकसभा में सोमवार को भारी हंगामे के बीच स्पीकर ओम बिड़ला ने कांग्रेस के 4 सदस्यों को निलंबित कर दिया था। ज्योतिमणी, माणिकम टैगोर, टीएन प्रथापन और राम्या हरिदास को पूरे सत्र के लिए निलंबित किया गया है। दरअसल, लोकसभा में विपक्ष ने महंगाई और GST पर जमकर हंगामा किया। कार्यवाही शुरू होने के कुछ देर बाद ही विपक्षी नेताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी।सोमवार को कांग्रेस के सांसदों ने स्पीकर के पास तक पहुंचकर तख्तियां लहराई थीं।स्पीकर ओम बिड़ला ने विपक्षी सदस्यों से कार्यवाही चलने देने की अपील की, लेकिन उन्होंने GST के खिलाफ नारेबाजी और तख्तियां दिखाना जारी रखा। इसके बाद स्पीकर ने चार सांसदों को निलंबित कर दिया था।
स्पीकर ने कहा- सदन में तख्तियां न दिखाएं
स्पीकर ओम बिड़ला ने विपक्षी नेताओं से पूछा कि आप यहां नारे लगाने आए हैं या जनता से संबंधित मुद्दों को उठाने आए हैं। देश की जनता चाहती है कि सदन चले, लेकिन यह ऐसे नहीं चल सकता, मैं सदन में ऐसी स्थिति नहीं रहने दूंगा। स्पीकर ने कहा, “अगर आप तख्तियां दिखाना चाहते हैं, तो घर के बाहर करें।” इसके बाद उन्होंने सदन को मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया था।
TMC सांसदों ने संसद के पास प्रदर्शन किया
टीएमसी सांसदों ने संसद के पास विरोध प्रदर्शन किया है। गारो और खासी जनजाति को संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की है। TMC सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा कि हम संविधान की आठवीं अनुसूची में गारो और खासी को शामिल करने की मांग कर रहे हैं। मैं आज शून्यकाल में इस मुद्दे को संसद में उठाने जा रहा हूं।