मुंबई- महाराष्ट्र राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने बारिश से निपटने की तैयारी पूरी कर ली है। इसके तहत राज्य आपदा प्रबंधन ने बारिश से पहले ही पहली बार एनडीआरएफ की 9 इकाइयों को 7 जिलों में तैनात कर दिया है।
इनमें ठाणे और मुंबई में दो-दो , कोल्हापुर, सातारा, रायगढ़, रत्नागिरी और पालघर में एक-एक एनडीआरएफ टीम को तैनात किया गया है। इसी तरह, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की एक टुकड़ी को नांदेड़ में और एक टुकड़ी को 15 जून से 15 सितंबर तक गढ़चिरौली में तैनात किया जाएगा। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बारिश में उत्पन्न आपदाओं में कोई मरने न पाए, इस आशय का आदेश राज्य आपदा प्रबंधन विभाग को दिया है।
मंगलवार को देर रात तक मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बारिश की तैयारियों के संदर्भ में मुंबई में समीक्षा बैठक की थी। इस बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि बांधों से पानी छोड़ना हमेशा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों द्वारा बाढ़ को नियंत्रित किया जा सकता है। जल संसाधन विभाग ने बाढ़ नियंत्रण के लिए बांध से कितना पानी छोड़ा जा रहा है, इसके लिए प्रणाली विकसित की है। इस प्रणाली के चलते ही सूबे का कोई भी व्यक्ति 15 जून से बाढ़ संबंधित सभी जानकारी सीधे जल संसाधन विभाग की वेबसाइट पर देख सकता है। प्री-मानसून बैठक में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सुझाव दिया कि जल संसाधन विभाग को जलाशय से पानी छोड़ने की समुचित व्यवस्था (half board) करनी चाहिए और संबंधित अधिकारियों को मुख्यालय में रहने का आदेश देना चाहिए।
इस बैठक में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, आपदा प्रबंधन, राहत एवं पुनर्वास मंत्री विजय वडेट्टीवार, मुख्य सचिव मनुकुमार श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रधान सलाहकार सीताराम कुंटे, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव आशीष कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव विकास खड़गे, गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद लिमये, पुलिस महानिदेशक रजनीश सेठ, पुलिस आयुक्त संजय पांडेय,