नई दिल्ली- मौजूदा समय में लोगों को हेल्थ, लाइफ, प्रॉपर्टी और एक्सीडेंट रिस्क को कवर करने के लिए अलग-अलग इंश्योरेंस पॉलिसी लेनी पड़ती है। मगर इंश्योरेंस सेक्टर का रेगुलेटर इरडा एक ऐसी सिंगल पॉलिसी लाने पर काम कर रहा है, जो हेल्थ, लाइफ और प्रॉपर्टी के इंश्योरेंस को कवर करेगी। यानी सिंगल पॉलिसी लेने से आपको हेल्थ, लाइफ, प्रापर्टी और एक्सीडेंट इंश्योरेंस कवर मिलेगा। आपको अलग-अलग पॉलिसी लेने की जरूरत नहीं होगी। एक ही पॉलिसी लेने से काम चल जाएगा।
इरडा के प्रमुख देवाशीष पांडा का कहना है कि काम मुश्किल है, मगर इस पर काम जारी है। हम चाहते हैं कि लोगों का एक पॉलिसी से सारा रिस्क कवर हो जाए। इसके अलावा यह पॉलिसी आसानी से लोगों को उपलब्ध हो और इसका प्रीमियम भी इतना हो कि लोग दे सकें। क्लेम का निपटान भी जल्द हो। यदि हमारी यह योजना आकार ले पाई तो देश भर के परिवार जल्द ही एक ऐसी सस्ती सिंगल पॉलिसी पाने में सक्षम हो सकते हैं जो स्वास्थ्य, जीवन, संपत्ति और दुर्घटना को कवर करेगी। घंटों के भीतर अपने दावों का निपटान करेगी।
एक ही पालिसी में सब कुछ
इरडा की योजना है कि आम लोगों को अलग-अलग सेक्टर की इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए भटकना ना पड़े। एक ही बार में एक ही कंपनी के पास जाकर वह एक ऐसी पॉलिसी लें, जिनमें हेल्थ, लाइफ और प्रॉपर्टी समेत सभी सेक्टर के रिस्क कवर हो जाए। एक ही जगह पॉलिसीधारक को प्रीमियम देना पड़े।
आएगा बीमा सुगम प्लेटफॉर्म
एक बीमा सुगम डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाया जाएगा, जिसमें पॉलिसी बेचने वाली कंपनियां और खरीदने वाले लोग तथा डिस्ट्रीब्यूटर जुड़ सकेंगे। इससे फायदा यह होगा कि पॉलिसी फीचर्स और प्रीमियम को लेकर पारदर्शिता बनी रहेगी। पॉलिसी बेचने और लेने में आसानी होगी।
क्लेम का जल्द निपटान
पॉलिसी के क्लेम का जल्द निपटान हो, इसके लिए पर्याप्त प्रावधान किए जाएंगे। बीमा सुगम डिजिटल प्लैटफॉर्म से डिजिटल डेथ रजिस्ट्री को जोड़ा जाएगा। अगर किसी पॉलिसी धारक की मौत हो जाती है तो इसकी सूचना इस प्लैटफॉर्म पर मिल जाएगी। इससे दावों का निपटान करने में आसानी होगी।
कंपनियों को अन्य सुविधाएं देने की अनुमति होगी
इंश्योरेंस कंपनियों को उक्त सिंगल पॉलिसी बेचने के लिए अन्य सुविधाएं देने की छूट होगी। इसके लिए तय नियमों में भी बदलाव किया जाएगा। उदाहरण के तौर पर कोई कंपनी सिंगल पॉलिसी के साथ योग क्लास ज्वाइन करने की सुविधा देना चाहे तो पॉलिसी धारक को दे सकती है। इससे लोग पॉलिसी खरीदने की तरफ ज्यादा आकर्षित होंगे।