नई दिल्ली– भारत में केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय या टूरिज्म मिनिस्ट्री समय समय पर ऐसे कदम उठाती है जिनसे देश में पर्यटन को बढ़ावा मिल सके. शहरों के साथ-साथ गांवों के पर्यटन पर भी ध्यान देने और बढ़ाने के लिए पर्यटन मंत्रालय ने एक ऐसा मुकाबला आयोजित किया है जिससे सीधे तौर पर देश के गांव जुड़ सकेंगे.
2 कैटेगरी में होगी प्रतियोगिता
भारत सरकार ने नेशनल स्ट्रेटेजी बनाकर ग्रामीण पर्यटन या रूरल टूरिज्म को प्रोत्साहन देने के लिए रोडमैप पर काम करना शुरू कर दिया है. इसके तहत भारत में पर्यटन मंत्रालय ग्रामीण होमस्टे को बढ़ावा देने के लिए लंबे समय से विचार कर रहा था. पर्यटन मंत्रालय ने देशभर के गांवों के बीच सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम और सर्वश्रेष्ठ ग्रामीण होमस्टे प्रतियोगिता लॉन्च कर दी है. इसमें देश के कुल 35 गांवों को गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज कैटेगरी में अवॉर्ड मिलेंगे. इसमें 2 कैटेगरी हैं जिनके लिए 31 दिसंबर 2023 तक एंट्री भेजी जा सकती हैं.
सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम प्रतियोगिता 2024
सर्वश्रेष्ठ ग्रामीण होमस्टे प्रतियोगिता 2024
टूरिज्म मिनिस्टर जी किशन रेड्डी के साथ राज्यमंत्री हैं शामिल
केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी जो इस समय केंद्रीय कैबिनेट मिनिस्टर होने के साथ साथ तेलंगाना में भारतीय जनता पार्टी के राज्य अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रहे हैं. rural.tourism.gov.in पर सरकार के इस इनीशिएटिव की सारी जानकारी है जिसपर टूरिज्म मिनिस्टर जी किशन रेड्डी के साथ पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट और श्रीपद नाइक के नामों का उल्लेख है. सरकार ने इस प्रतियोगित को क्यों लॉन्च किया?, इसका टार्गेट, विजन, मिशन क्या है-सबके बारे में सूचना मौजूद है.
क्या काम चल रहा है
टूरिज्म मिनिस्ट्री ने इन प्रतियोगिताओं के जरिए राज्य की सरकारों, इंडस्ट्री के हितधारकों, नॉन-प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन (एनजीओ) और लोकल कम्यूनिटी को सक्रिय रूप से काम पर लगा दिया है. भारतीय पर्यटन और यात्रा प्रबंधन संस्थान की मदद से नेशनल वर्कपॉलिसी को गठन करने की शुरुआत हो चुकी है. केंद्रीय नोडल एजेंसी, ग्रामीण पर्यटन और ग्रामीण होमस्टे (सीएनए आरटी और आरएच) की स्थापना भी हो चुकी है.
क्या है प्रतियोगिता के पीछे का लक्ष्य
इन प्रतियोगिताओं का उद्देश्य ग्रामीण पर्यटन में उत्कृष्ट योगदान की पहचान करने और गांवों और ग्रामीण होमस्टे के बीच स्वस्थ मुकाबले को बढ़ावा देना है. केंद्र सरकार का विजन है कि इसके जरिए आकर्षक ग्रामीण अनुभवों का निर्माण करके जीवंत और जिम्मेदार टूरिज्म सेगमेंट बनाने में भारत की ग्रामीण विरासत का लाभ उठाया जा सकेगा. ये कुछ टार्गेट हैं-
- टूरिज्म के नजरिए से देश के गांव भी अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर करें और आगे बढ़ें जिससे वो टूरिज्म इंडस्ट्री की मेनस्ट्रीम में शामिल हों.
- गांवों के बीच यह प्रतियोगिता ग्रामीण पर्यटन को प्रमोट करने और इसके डेवलपमेंट को सपोर्ट दिलाने के लिए है.
- इससे स्वदेशी नौकरियों को बढ़ावा मिलेगा और लोकल संस्कृति और विरासत को संरक्षित किया जा सकेगा.
- गांवों को ईनाम देने के जरिए सीधा टूरिज्म मिनिस्ट्री से कनेक्ट किया जा सकेगा.