नई दिल्ली– बारिश का मौसम धीरे-धीरे समाप्ति की ओर है. इसके साथ ही देश भर में कंस्ट्रक्शन के कामों में तेजी आने लगेगी. अपने सपनों का घर बनाने की तैयारी में जुटे लोग भी अब शुरुआत करने वाले होंगे. हालांकि उनके लिए निराश करने वाली खबरें लगातार सामने आ रही हैं. सीमेंट के दाम पहले ही बढ़ने लग गए हैं और अब सरिए के भाव में भी जबरदस्त तेजी देखने को मिल सकती है.
भाव में आ सकती है इतनी तेजी
भारतीय इस्पात कंपनियां जल्दी ही स्टील के दाम बढ़ा सकती हैं. इस्पात कंपनियों को कोकिंग कोल की महंगाई के कारण ज्यादा लागत का बोझ उठाना पड़ रहा है. इस्पात कंपनियां दिसंबर तक दाम बढ़ाने का ऐलान कर सकती हैं. स्टील के दाम में यह बढ़ोतरी 25 से 50 डॉलर यानी 2000 से 4000 रुपये प्रति मीट्रिक टन तक हो सकती है.
स्टील के दाम बढ़ाने लगी कंपनियां
कुछ स्टील कंपनियों ने दाम बढ़ाने की शुरुआत भी कर दी है. कंपनियों ने हॉट-रॉल्ड और कोल्ड रॉल्ड प्रोडक्ट के दाम करीब 12-24 डॉलर प्रति टन यानी 2000 रुपये प्रति टन तक बढ़ाए हैं. अब अगर इस्पात के भाव बढ़ेंगे तो स्वाभाविक है कि उसी अनुपात में सरिए यानी स्टील की छड़ों के दाम भी बढ़ेंगे. इस तरह घर बनाने की लागत पर सीधा असर पड़ेगा.
सरिए के भाव में आने लगी तेजी
घर की मजबूती सीमेंट और सरिया पर ही मुख्य रूप से निर्भर करती है. घर बनाने की पूरी लागत में सबसे ज्यादा योगदान इन दोनों का ही होता है. अब सरिए के महंगे होने का खतरा सिर पर है. इनके भाव में तेजी दिखने भी लगी है. देश के विभिन्न शहरों में सरिए के भाव में पिछले कुछ महीने में 10-12 फीसदी की औसत बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
इस तरह बढ़े सीमेंट के भाव
सीमेंट पहले से ही तेजी दिखा रहा है. ब्रोकरेज फर्म जेफरीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने हाल ही में बताया था कि सितंबर महीने के दौरान सीमेंट की औसत कीमतें एक महीने पहले यानी अगस्त की तुलना में 4 फीसदी बढ़ गईं.पूर्वी भारत में सीमेंट की कीमतें सबसे ज्यादा बढ़ी हैं. अगस्त के अंत में सीमेंट के जो भाव चल रहे थे, वे सितंबर के अंत में 50 से 55 रुपये प्रति बैग तक बढ़ गए. वहीं देश के अन्य हिस्सों में सीमेंट के भाव तुलनात्मक रूप से काफी कम बढ़े हैं. एनालिस्ट का कहना है कि बाकी हिस्सों में इस दौरान प्रति बोरी भाव 20 रुपये तक बढ़ा है.