मुंबई- राज्य में 10वीं और 12वीं के परीक्षा केंद्रों पर नकल को रोकने के लिए पूरे प्रदेश में “कॉपी मुक्त अभियान” (copy free examination) चलाया जाएगा। इस संबंध में नकलमुक्त अभियान लागू करने का निर्णय लिया गया। प्रारंभ में उपमुख्यमंत्री के सचिव श्रीकर परदेशी ने इस संबंध में प्रस्तुति दी।
इस अभियान में शिक्षा आयुक्त एवं प्रत्येक जिला कलेक्टर को राज्य का नोडल अधिकारी” तथा माध्यमिक शिक्षा अधिकारी को “समन्वय अधिकारी” नियुक्त किया गया है। साथ ही जिला कलेक्टर, जिला पुलिस अधीक्षक, मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं समस्त जिला प्रशासन मिलकर “नकल मुक्त अभियान” को क्रियान्वित करने का कार्य करें।
इस संबंध में कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, मुख्य कार्यपालन अधिकारी संयुक्त प्रेस वार्ता कर जनजागरण करेंगे। परीक्षा में बैठने वाले छात्रों को निर्देश दिया जाना चाहिए कि वे परीक्षा शुरू होने के वास्तविक समय से आधे घंटे पहले उपस्थित हों। यह निर्णय लिया गया कि संवेदनशील माने जाने वाले परीक्षा केंद्रों को जहां भी संभव हो फिल्माया जाए।
जागरूकता अभियान के लिए शिक्षकों, प्राचार्यों, शैक्षणिक संस्थानों के प्रमुखों को कार्यशाला आयोजित करना होगा । कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला परिषद की जिला सतर्कता समिति की नियुक्ति होगी । मीडिया के माध्यम से स्कूलों और अभिभावकों से संवाद कर जन जागरूकता पैदा की जाएगी।
इसके अलावा पुलिस व्यवस्था पर भी जोर दिया जाएगा। 50 मीटर के दायरे में अनाधिकृत व्यक्तियों का प्रवेश वर्जित है। परीक्षा केंद्रों को अत्यधिक संवेदनशील, संवेदनशील, सामान्य के रूप में वर्गीकृत किया जाना चाहिए। धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की जाए। 50 मीटर के दायरे में जेरोक्स की दुकानें बंद चाहिए।