नई दिल्ली- महिलाएं केंद्र सरकार की प्राथमिकता में हैं और इसकी झलक एक बार फिर प्रधानमंत्री के स्वतंत्रता दिवस संबोधन में दिखी। महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए सरकार नई योजना लाने जा रही है। गांवों में बैंक वाली दीदी, दवाई वाली दीदी एवं आंगनबाड़ी वाली दीदी होती हैं।
15 हजार महिलाओं को मिलेगी ट्रेनिंग
सरकार ने ऐसी दो करोड़ दीदियों को लखपति बनाने का लक्ष्य रखा है। उन्हें कृषि तकनीक (एग्री-टेक) से भी जोड़ा जाएगा। इसके लिए 15 हजार स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को ड्रोन उड़ाने एवं उसकी मरम्मत का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को लालकिले से इसकी घोषणा की।
प्रधानमंत्री ने ग्रामीण विकास में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की क्षमता का लाभ उठाने पर जोर देते हुए कहा कि देश का सामर्थ्य बढ़ाने के लिए महिला शक्ति जरूरी है। आज बेटों से ज्यादा बेटियां सक्षम दिखती हैं। देश के गांवों में बैंक वाली दीदी, दवाई वाली दीदी एवं आंगनबाड़ी वाली दीदी हैं।
क्या है सरकार का सपना?
सरकार का सपना है दो करोड़ लखपति दीदी बनाने का। इसके लिए विकल्प है, विज्ञान एवं तकनीक। कृषि में नई तकनीक लाने की योजना है, ताकि एग्रीटेक को बल मिले। 15 हजार स्वयं सहायता समूहों में महिलाओं को ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग के साथ ही उन्हें ऋण भी दिया जाएगा। यानी कृषि में पहले से भूमिका निभा रही महिलाओं को अब और सबल बनाया जाएगा।
महिला शक्ति को लेकर क्या बोले पीएम?
प्रधानमंत्री ने कहा कि महिला शक्ति ही भारत को आगे ले जाने वाली है। दुनिया में सबसे ज्यादा महिला पायलट भारत में है। मून मिशन का नेतृत्व भी महिला विज्ञानी कर रही हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में 10 करोड़ महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं।
इससे सामाजिक अर्थव्यवस्था को मजबूती मिल रही है। सहकारी संस्थाओं को बल देने, आधुनिक बनाने एवं देश के कोने-कोने में लोकतंत्र की सबसे बड़ी इकाई को मजबूत करने के लिए अलग सहकारिता मंत्रालय बनाया गया है।