नई दिल्ली -किसी भी स्पेस मिशन के दौरान एस्ट्रोनॉट्स व्हाइट या पीले रंग का सूट पहनते हैं. ये सूट उन्हें अंतरिक्ष के खतरनाक माहौल से तो बचाते ही हैं साथ ही उनकी कार्यक्षमता को भी बढ़ाने का काम करते हैं. आमतौर पर स्पेस मिशन पर जाने से पहले एस्ट्रोनॉट्स दो तरह के सूट पहनते हैं ऑरेंज और व्हाइट. इन दोनों ही सूट का इस्तेमाल अलग–अलग तरह के मिशन को पूरा करने के लिए किया जाता है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि आखिर ये अलग–अलग सूट का रंग क्यों खास होता है और इसके पीछे की वजह क्या होती है.
ऑरेंज सूट पहनकर स्पेस में क्यों जाते हैं एस्ट्रोनॉट्स?
ऑरेंज सूट का इस्तेमाल स्पेस शटल या स्पेस स्टेशन के बाहर (EVA – Extravehicular Activity) किया जाता है. ये सूट एस्ट्रोनॉट्स को अंतरिक्ष के बाहर काम करने की सुविधा देता है. इस सूट के कई फायदे होते हैं. जैसे ये चमकीला होता है. यदि एस्ट्रोनॉट्स स्पेस स्टेशन के बाहर काम कर रहे हैं तो इस रंग के चलते उन्हें किसी भी परेशानी में आसानी से खोजा जा सकता है. इसके अलावा इस सूट का डिजाइन एस्ट्रोनॉट्स को बिना गुरुत्वाकर्षण के वातावरण में काम करने की ताकत देता है. इसमें एस्ट्रोनॉट्स की रक्षा के लिए उपकरण होते हैं. साथ ही ऑक्सीजन सिलेंडर, तापमान नियंत्रण और संचार प्रणाली शामिल होते हैं. साथ ही इस सूट में तैरने की क्षमता भी होती है.
व्हाइट स्पेस सूट क्यों होता है खास?
व्हाइट स्पेस सूट वायुमंडल के अंदर काम करने की क्षमता प्रदान करता है. इस सूट को पहनकर स्पेस स्टेशन के अंदर काम किया जा सकता है. इस सूट में तापमान नियंत्रण प्रणाली होती है जिससे एस्ट्रोनॉट्स को सूट के अंदर बहुत ज्यादा गर्मी या ठंड नहीं लगती बल्कि उसमें वो अपने अनुसार तापमान नियंत्रित कर सकते हैं. साथ ही ये सूट सूर्य की गर्मी से बचाता है जिससे एस्ट्रोनॉट्स को सूर्य की हानिकारक किरणों का सामना नहीं करना पड़ता. साथ ही ये सूट भी पीले सूट की तरह एस्ट्रोनॉट्स को आसानी से ढूंढने में मदद करता है.