नई दिल्ली- महिला सम्मान बचत पत्र योजना खासकर महिलाओं के लिए बचत और निवेश को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई है। यह योजनाओं महिलाओं के लिए अप्रैल 2023 से मार्च 2025 तक दो वर्षों के लिए उपलब्ध है।इस योजना को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2023 को एलान किया था। यह महिलाओं के लिए लघु बचत योजना है। योजना में 7.5% की निश्चित ब्याज दर पर दो साल की अवधि के लिए जमा पर ब्याज दिया जाता है।महिला सम्मान सेविंग्स सर्टिफिकेट दो तरीके से शुरू की जा सकती है। आप अपने नजदीकी डाकघर या बैंक के जरिए इस योजना के तहत सर्टिफिकेट पा सकते हैं।
योजना में कौन कर सकता है निवेश
महिला सम्मान बचत पत्र योजना में भारत की किसी भी महिला को खाता खोलने और निवेश करने की सुविधा मिलती है। इस योजना का लाभ किसी भी उम्र की महिला द्वारा लिया जा सकता है।वे लड़कियां जो नाबालिक हैं, उन्हें भी योजना का लाभ उठाने का मौका मिलता है। 18 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों के लिए पुरुष अभिभावकों भी खाता खुलवा सकते हैं।
महिला सम्मान बचत पत्र योजना से जुड़ी जरूरी बातें
- इस योजना में जमा की जाने वाली कुल राशि की लिमिट 2 लाख रुपये है। वहीं, योजना में 1000 रुपये मिनिमम निवेश होता है।
- 18 वर्ष की आयु के बाद अभिभावकों द्वारा खोला गया योजना का खाता पूरी तरह से लड़की के स्वामित्व और प्रबंधन में आ जाता है।
- योजना में खाता खुलवाने के बाद 40 प्रतिशत राशी निकाली जा सकती है।
महिला सम्मान बचत पत्र योजना के लिए फॉर्म को सबमिट करने के साथ आवेदक को अपनी पहचान और पते से जुड़े दस्तावेज जमा करवाना जरूरी है। ये दस्वावेज आवेदक के केवाईसी के रूप में जमा होते हैं।
- आधार कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइवर का लाइसेंस और पैन कार्ड सहित केवाईसी दस्तावेज़
- नए खाताधारकों के लिए केवाईसी फॉर्म
- जमा राशि या चेक के साथ पे-इन-स्लिप