वीजा ने मध्यम वर्ग के उपभोक्ताओं और छोटे व मध्यम व्यापारियों के लिए अमेरिका में कंज्यूमर क्रेडिट कार्ड प्रोग्राम की लॉन्चिंग कर 1958 में बैंक ऑफ अमेरिका के साथ मिलकर शुरुआत की. बैंक ऑफ अमेरिका ने 300 डॉलर की लिमिट वाला पेपर कार्ड लॉन्च किया, जिसे ‘बैंक अमेरिका कार्ड’ नाम दिया गया. बाद में इसका नाम बदलकर वीजा किया गया.
बड़ी चीजों की शुरुआत अक्सर छोटे-छोटे कदमों से ही होती है. इस बात को सही साबित करने के असंख्य उदाहरण पड़े हुए हैं. पेमेंट गेटवे कंपनी वीजा (VISA) भी ऐसे उदाहरणों में से एक है. आज भले ही इस कंपनी का कारोबार 200 से अधिक देशों में फैला हुआ है और इसके बिना कार्ड से पेमेंट (Payment) करने की कल्पना भी मुश्किल लगती है, लेकिन इसकी शुरुआत भी बेहद मामूली हुई थी. इस कंपनी को स्थापित हुए 64 साल पूरे हो चुके हैं. इसी मौके पर हम आपको आज वीजा की शुरुआत की कहानी बताने जा रहे हैं.
साल 1958 में हुई थी वीजा की स्थापना
वीजा कंपनी की स्थापना 18 सितंबर 1958 को हुई थी. इन 64 सालों की यात्रा में वीजा ने कई सारे ऐसे मुकाम हासिल किया, जिन्हें इंडस्ट्री फर्स्ट होने का गौरव हासिल है. इसी कंपनी ने दुनिया का पहला क्रेडिट कार्ड जारी किया. पहली एटीएम मशीन लगाने का क्रेडिट भी इसी कंपनी को जाता है.
इस अनोखे प्रयोग के साथ शुरुआत
आज भले ही क्रेडिट कार्ड बहुत सारे लोगों की दिनचर्या का हिस्सा हो चुका है, लेकिन जब कंपनी ने पहले क्रेडिट कार्ड की शुरुआत की थी, तब यह कइयों को हास्यास्पद लगा था. हालांकि इसके बाद भी कंपनी ने शुरुआत की. यह शुरुआत एक प्रयोग के साथ हुई, जिसे ‘दी ड्रॉप’ नाम दिया गया था. इस प्रयोग के तहत कैलिफोर्निया के आम रहवासियों को पोस्ट से 60 हजार क्रेडिट कार्ड भेजे गए. कंपनी चाहती थी कि लोग उसके इस नए पेमेंट सिस्टम का इस्तेमाल करें.
वीजा की स्थापना 18 सितंबर 1958 में हुई थी. यह एक प्रयोग के साथ शुरू हुआ था, जिसे दी ड्रॉप नाम दिया गया। था. कैलिफोर्निया के आम लोगों को डाक से 60 हजार क्रेडिट कार्ड भेजे गए. रातोरात लोगों के पास आज के 5000 डॉलर के बराबर की क्रेडिट लाइन थी. वे इसकी मदद से बिना बैंक गए खरीदारी कर सकते थे और बाद में इसका भुगतान कर सकते थे.’
इतनी थी पहले क्रेडिट कार्ड की लिमिट
वीजा ने मध्यम वर्ग के उपभोक्ताओं और छोटे व मध्यम व्यापारियों के लिए अमेरिका में कंज्यूमर क्रेडिट कार्ड प्रोग्राम की लॉन्चिंग कर 1958 में बैंक ऑफ अमेरिका के साथ मिलकर शुरुआत की, बैंक ऑफ अमेरिका ने 300 डॉलर की लिमिट वाला पेपर कार्ड लॉन्च किया, जिसे ‘बैंक अमेरिका कार्ड’ नाम दिया गया. 1970 में नेशनल बैंक अमेरिका कार्ड की स्थापना हुई और इसने 1973 में पहला इलेक्ट्रॉनिक अथॉराइजेशन सिस्टम की शुरुआत की. इसके साथ ही इलेक्ट्रॉनिक क्लियरिंग और सेटलमेंट सिस्टम की भी शुरुआत की गई.
ऐसे फैलते गया वीजा का कारोबार
कंपनी ने 1974 में अमेरिका से बाहर कदम रखा और 1975 में डेबिट कार्ड की शुरुआत हुई. 1976 में बैंक अमेरिका कार्ड का नाम बदलकर वीजा कर दिया गया. 1983 में वीजा ने दुनियाभर में अपने ग्राहकों को चौबीसों घंटे कैश मुहैया कराने के लिए एटीएम मशीन की शुरुआत की. वीजा ने साल 2001 में अपना 01 अरबवां कार्ड जारी किया. साल 2008 में वीजा इंक शेयर मार्केट में उतरी और उसका आईपीओ अमेरिकी बाजार के लिए सबसे बड़े इश्यू में से एक साबित हुआ. साल 2016 में वीजा इंक ने वीजा यूरोप का अधिग्रहण कर लिया. अभी वीजा 200 से ज्यादा देशों में अपने ग्राहकों को विभिन्न डिवाइसेज के माध्यम से सर्विस प्रोवाइड कर रही है.