नई दिल्ली- डिजिटल भुगतान की बढ़ोतरी में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) ने प्रमुख भूमिका निभाई है। इतना ही नहीं यूपीआइ ने पिछले वित्त वर्ष में बैंक नोटों के सर्कुलेशन को 7.8 प्रतिशत कम करने में मदद की है। वित्त राज्यमंत्री भागवत कराड ने लोकसभा में बताया कि यूपीआइ ट्रांजेक्शन की संख्या 2017-18 में 92 करोड़ से बढ़कर 2022-23 में 147 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 8,375 करोड़ हो गई।
यूपीआइ लेनदेन के मूल्य की बात करें तो 2017-18 में यह एक लाख करोड़ रुपये था और 2022-23 में 168 प्रतिशत बढ़कर 139 लाख करोड़ हो गया। डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए सरकार कई पहल की है। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कराड ने कहा कि पिछले नौ वर्षों के दौरान 57 बैंक बंद किए गए और तीन बैंक पंजाब और महाराष्ट्र सहकारी बैंक, लक्ष्मी विलास बैंक और यस बैंक का पुनरोद्धार किया गया।
नियमों के उल्लंघन के आरोप में आरबीआइ ने 2022-23 में बैंकों, गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) और अन्य संस्थाओं पर 40.39 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। वित्त राज्यमंत्री भागवत कराड ने कहा कि सहकारी बैंकों से संबंधित 176 मामले हैं, जिसमें 14.04 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है।