Gpay, फोनपे और पेटीएम जैसे UPI ऐप्स के जरिए सिंगापुर पैसा भेज सकेंगे। वहीं पेनाऊ के जरिए सिंगापुर से भारत पैसा भेजा जा सकेगा। आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली हसीन लूंग ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से इसकी शुरुआत की।
मोबाइल नंबर और QR कोड के जरिए भेज सकेंगे पैसे
इस नई सुविधा के बाद अब दोनों देशों के लोग QR कोड या अपने बैंक खातों से जुड़े मोबाइल नंबर के जरिए तुरंत (रियल टाइम) पैसा ट्रांसफर कर सकेंगे। इस सुविधा का फायदा 24×7 मिलेगा। विदेश मंत्रालय के अनुसार 2022 में लगभग 6.5 लाख भारतीय सिंगापुर में रह रहे हैं। इसमें अनिवासी भारतीय और भारतीय मूल के व्यक्ति शामिल हैं।
जनवरी 2023 में UPI से 13 लाख करोड़ का लेनदेन
जनवरी 2023 में UPI के जरिए 13 लाख करोड़ रुपए का ट्रांजैक्शन हुए। जनवरी में UPI से कुल 803 करोड़ ट्रांजैक्शन हुए। इससे पहले दिसंबर 2022 में 12.82 लाख करोड़ रुपए की पेमेंट UPI के जरिए हुई। वॉल्यूम के लिहाज से दिसंबर में 782 करोड़ ट्रांजैक्शन हुए।
2016 में हुई UPI की शुरुआत
2016 में UPI की लॉन्चिंग के साथ ही डिजिटल पेमेंट की दुनिया में एक क्रांति आ गई। UPI ने सीधे बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा दी। इससे पहले डिजिटल वॉलेट का चलन था। वॉलेट में KYC जैसी झंझट है, जबकि UPI में ऐसा कुछ नहीं करना पड़ता। पेनाऊ सिंगापुर में एसोसिएशन ऑफ बैंक्स द्वारा विकसित UPI की तरह का ही एक पेमेंट सिस्टम है।
भारत में RTGS और NEFT पेमेंट सिस्टम का ऑपरेशन RBI के पास है। IMPS, RuPay, UPI, जैसे सिस्टम को नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ऑपरेट करती हैं।