नई दिल्ली- UPI एक ऐसा पेमेंट ऑप्शन है, जिसे भारत के लाखों लोग इस्तेमाल करते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने यूपीआई भुगतान के दायरे को बढ़ाने की बात कर जोर दिया। इसके लिए आरबीआई ने 8 दिसंबर 2023 से अस्पतालों और शैक्षणिक संस्थानों के लिए यूपीआई भुगतान की लेनदेन सीमा को बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया।यानी कि अब आप केवल छोटे लेनदेन के लिए ही नहीं बल्कि 5लाख के बड़े ट्रांजैक्शन के लिए यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) भुगतान का उपयोग कर सकते है। बता दें कि पहले यह सीमा 1 लाख रुपये प्रति ट्रांजैक्शन तय की गई थी।
5 लाख रुपये तक यूपीआई ट्रांजैक्शन
- आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास Monetary Policy Committee (MPC) के फैसलों की घोषणा करते हुए ने कहा कि अलग-अलग कैटेगरी के यूपीआई लेनदेन की सीमा की समय-समय पर समीक्षा की गई है।
- अब अस्पतालों और शैक्षणिक संस्थान को भुगतान के लिए प्रति लेनदेन 1 लाख रुपये से 5 लाख रुपये तक यूपीआई लेनदेन की सीमा बढ़ाने का प्रस्ताव है।
पहले कितनी थी लिमिट
- जानकारी के लिए बता दें कि बाकि कैटेगरी में UPI की लेनदेन सीमा 1 लाख रुपये प्रति लेनदेन तय की गई थी।
- पूंजी बाजार (एएमसी, ब्रोकिंग, म्यूचुअल फंड आदि), कलेक्शन (क्रेडिट कार्ड भुगतान, ऋण पुनर्भुगतान, ईएमआई), बीमा आदि के लिए यूपीआई भुगतान की लेनदेन सीमा 2 लाख रुपये तक सीमित थी।
- दिसंबर 2021 में रिटेल डायरेक्ट स्कीम और आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए यूपीआई भुगतान की लेनदेन सीमा को बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया गया था।
कैसे मददगार होगा नया बदलाव
- ये जानकारी सामने आई है कि इस कदम से कंज्यूमर को शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल उद्देश्यों के लिए अधिक राशि का यूपीआई भुगतान करने में मदद मिलेगी।
- यूपीआई भुगतान सीमा के बढ़ने की घोषणा एक बेहतर कदम है, जिससे बेहतर तरीके से ट्रांजैक्शन किया जा सकेगा।
- स्वास्थ्य सस्थानों में इस लिमिट को बढ़ाने से मरीजों और अस्पतालों दोनों को काफी लाभ होगा, क्योंकि इससे वे आसान और तेज ट्रांजैक्शन कर सकते है।