
पूरा अगस्त माह लगभग सूखा ही बीत गया
इस बार जून माह में मानसून का आगमन तीन सप्ताह की देरी से हुआ. इसके बाद जुलाई माह में कुछ समय के लिए मूसलाधार बारिश व अतिवृष्टि वाले हालात बने. परंतु जुलाई माह खत्म होते-होते बारिश का दौर पूरी तरह रुक गया तथा अगस्त माह में बिल्कूल भी बारिश नहीं हुई. जिसके चलते पूरा अगस्त माह लगभग सूखा ही बीत गया.
वहीं सितंबर माह शुरू हुए 5 दिन बीत जाने के बावजूद अब तक बारिश होने के कोई आसार दिखाई नहीं दे रहे है. जबकि यह बारिश के मौसम का आखरी महिना है और अब बारिश का मौसम शुरु होने में गिने-चुने दिन बचे हुए है. जिसके चलते बारिश के अभाव और खरीफ फसलों की सूखती हुई स्थिति को देखते हुए देश भर के किसानों में अपने फसलों को लेकर चिंतावाला वातावरण है.
मौसम विभाग द्वारा आगामी 6 व 7 सितंबर से अगले 5 दिनों तक मूसलाधार बारिश होने को लेकर जताए गए अनुमान को उम्मीद के तौर पर देखा जा रहा है. क्योंकि विगत एक माह से बारिश नदारद रहने के चलते खेतों के जमीनें सूख गई है और जमीनों में दरारे आ गई है. वहीं तेज धूप की वजह से होने वाले बाष्पीकरण के चलते जमीन में रहने वाली नमी बड़ी तेजी से खत्म हो रही है. जिसके चलते खेतों में खडी फसलें पककर तैयार होने की बजाय सूख गई है. ऐसे समय दमदार बारिश होने की सख्त जरुरत है.





