2019 के बजट में आयकर कानून में सेक्शन 80ईईए जोड़ा था। इस सेक्शन के तहत पहली बार घर खरीदने वालों को होम लोन के ब्याज भुगतान पर 1.5 लाख रुपये की अतिरिक्त टैक्स कटौती का फायदा मिलता था। बजट 2022 में इस धारा को आगे नहीं बढ़ाया
2. पीएफ खाते पर टैक्स
जो बदलाव होने जा रहे हैं, उनमें सबसे अहम है पीएफ खाते पर टैक्स। ईपीएफ खाते में 2.5 लाख तक टैक्स फ्री योगदान की सीमा लगाई जा रही है। अगर इससे ऊपर योगदान किया, तो ब्याज आय पर टैक्स लगेगा। वहीं सरकारी कर्मचारियों के जीपीएफ में टैक्स फ्री योगदान की सीमा पांच लाख रुपये सालाना होगी।
3. क्रिप्टो से कमाई पर टैक्स
बजट 2022 में सभी वर्चुअल डिजिटल एसेट या क्रिप्टो पर 30टैक्स लगाने का ऐलान किया था। क्रिप्टोकरेंसी बेचने पर निवेशक को जो फायदा होगा,उस पर टैक्स देना होगा। जब-जब कोई क्रिप्टोकरेंसी बेचेगा तो उसकी बिक्री का एक फीसदी टीडीएस भी कटेगा।
4. डाकघर में नकद ब्याज नहीं
डाकघर की मासिक आय योजना, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना या डाकघर टर्म डिपॉजिट में निवेश से जुड़े नियम भी बदलने जा रहे हैं। इनमें ब्याज की राशि नकद नहीं मिलेगी। आपको बचत खाता खोलना होगा। डाकघर बचत खाता या बैंक खाते को इन योजनाओं से लिंक भी करना होगा।
5. दवाएं महंगी हो जाएंगी
करीब 800 आवश्यक दवाओं की कीमतों में 10.7 की बढ़ोतरी होने वाली है। इनमें पैरासिटामॉल भी शामिल है। राष्ट्रीय दवा मूल्य निर्धारक प्राधिकरण (एनपीपीए) ने इन दवाओं के थोक मूल्य सूचकांक में बदलाव को अपनी मंजूरी दे दी है।
6. ई-चालान का नियम बदलेगा
सीबीआईसी (केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड) ने माल और सेवा कर (जीएसटी) के तहत ई-चालान (इलेक्ट्रॉनिक चालान) जारी करने के लिए टर्नओवर सीमा को पहले तय सीमा 50 करोड़ रुपये से घटाकर 20 करोड़ रुपये कर दिया है। यह नियम भी एक अप्रैल 2022 से लागू हो रहा है।
7. एक्सिस बैंक के ग्राहकों को झटका
एक्सिस बैंक में जिन ग्राहकों का वेतन अथवा बचत खाता है, उनके लिए नए नियम लागू हो रहे हैं। बैंक ने बचत खाते में न्यूनतम बैलेंस की सीमा 10 हजार से बढ़ाकर 12 हजार रुपये कर दी है। बैंक ने मुफ्त नकद निकासी की निर्धारित सीमा को भी बदलकर चार बार या 1.5 लाख रुपये कर दिया है।
8. म्यूचुअल फंड में केवल डिजिटल भुगतान
म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए भुगतान, चेक, बैंक ड्राफ्ट या अन्य भौतिक माध्यम से नहीं कर पाएंगे। म्यूचुअल फंड ट्रांजेक्शन एग्रीगेशन पोर्टल एमएफ यूटिलिटीज (एमएफयू) चेक-डिमांड ड्राफ्ट के जरिए पेमेंट बंद करने जा रहा है। इसके बाद राशि जमा करने के लिए आपको सिर्फ यूपीआई या नेटबैंकिंग की सुविधा मिलेगी।
9. वाहन कंपनियां बढ़ाएंगी दाम
बड़ी कंपनियों ने वाहनों के दाम में बढ़ोतरी का ऐलान किया है। टाटा मोटर्स ने कहा है कि वह अपने वाणिज्यिक वाहनों की कीमतें 2.5 फीसदी तक बढ़ाएगी। मर्सिडीज बेंज इंडिया ने भी कहा है कि वह वाहनों की कीमत तीन फीसदी तक बढ़ाएगी। टोयोटा कीमतों को चार फीसदी तक बढ़ाने का ऐलान कर चुकी है। वहीं बीएमडब्ल्यू कीमतों में 3.5 की बढ़ोतरी करेगी।