नई दिल्ली- रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी RBI ने चेक क्लियरिंग साइकिल को टी+1 दिन से घटाकर कुछ घंटों के भीतर करने का प्रस्ताव दिया है। गवर्नर शक्तिकांत दास ने 8 अगस्त को मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी के स्टेटमेंट के दौरान इसकी जानकारी दी। चेक ट्रंकेशन सिस्टम वर्तमान में 2 वर्किंग डे के क्लियरिंग साइकिल के साथ चेक प्रोसेस करता है।इसके लिए बैच क्लियरिंग अप्रोच अपनाई जाती है, इसे बदलकर कंटीन्यूअस क्लियरिंग किया जाएगा। यानी, बिजनेस आवर्स में चेक क्लियरिंग की प्रोसेस लगातार चलती रहेगी।
चेक स्कैन होता है, प्रस्तुत होता है और पास होता है
चेक ट्रंकेशन सिस्टम में चेक स्कैन होता है, प्रस्तुत होता है और पास हो जाता है। RBI जल्द ही इस नए सिस्टम पर डीटेल्ड गाइडलाइन जारी करेगी।क्या है चेक ट्रंकेशन सिस्टम? चेक ट्रंकेशन सिस्टम चेक को क्लियर करने की एक प्रक्रिया है। इसमें जारी किए गए फिजिकल चेक को एक जगह से दूसरी जगह घूमना नहीं पड़ता है, बल्कि चेक की फोटो लेकर ही उसे क्लियर कर दिया जाता है।
असल में पुरानी व्यवस्था में चेक जिस बैंक में प्रस्तुत किया जाता है, वहां से अदाकर्ता बैंक शाखा भेजा है। इस तरह इसे क्लियर होने में समय लगता है।कंटीन्यूअस क्लियरिंग से चेक ट्रांजैक्शन एफिशिएंसी बढ़ने की उम्मीद है। ग्राहकों का एक्सपीरिएंस भी बढ़ेगा, क्योंकि अकाउंट होल्डर्स को कुछ ही घंटों में फंड मिल जाएगा। इस बदलाव से चेक-बेस्ड ट्रांजैक्शन से जुड़ी अनिश्चितताओं को कम करने की उम्मीद है।
ब्याज दरों में लगातार 9वीं बार बदलाव नहीं
भारतीय रिजर्व बैंक ने लगातार 9वीं बार ब्याज दरों में बदलाव नहीं किया है। RBI ने ब्याज दरों को 6.5% पर जस का तस रखा है। यानी लोन महंगे नहीं होंगे और आपकी EMI भी नहीं बढ़ेगी। RBI ने आखिरी बार फरवरी 2023 में दरें 0.25% बढ़ाकर 6.5% की थीं।6 अगस्त से चल रही मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की मीटिंग में लिए गए फैसलों की जानकारी RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज यानी गुरुवार को दी।
ये मीटिंग हर दो महीने में होती है। RBI ने इससे पहले जून में हुई बैठक में ब्याज दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं की थी।RBI की MPC में छह सदस्य हैं। इसमें बाहरी और RBI अधिकारी दोनों हैं। गवर्नर दास के साथ, RBI के अधिकारी राजीव रंजन, कार्यकारी निदेशक के रूप में कार्यरत हैं और माइकल देबब्रत पात्रा डिप्टी गवर्नर हैं। शशांक भिड़े, आशिमा गोयल और जयंत आर वर्मा बाहरी सदस्य हैं।