शहर में पकड़ा गया सर्जिकल्स डुप्लिकेट माल का जखीरा, मेडिकल संचालक पर कठोर कार्यवाही करे पुलिस कमिश्नर

अमरावती,शहर संवाददाता – रक्त जांच के बाद मरीज के हाथ पर लगाई जानेवाली मेडिटेप की नकली किट्स गुजरात से अमरावती में लाकर यहां के दवाई विक्रेता अथवा पैथोलॉजी लैब में सप्लाय करने के मामले में कोतवाली पुलिस ने स्थानीय महावीर प्लाजा स्थित हरिओम एजेंसी के संचालक दवा सप्लायर महेंद्र चंडवानी के खिलाफ धारा 420, 483, 486, 467, 468, 471, 336, 120 व कॉपी राइट एक्ट की धारा 51. 63 के तहत मामला दर्ज कर किया है।

जानकारी के अनुसार जेएमएस मेडिटेप यह असलियत में जापान निर्मित मेडिटेप है जिसके महाराष्ट्र सहित पुरे भारत में  मुख्य सप्लायर हेमंत सर्जिकल इंडस्ट्रिज लिमिटेड है। जिसका मुख्य कार्यालय मुंबई में है। इस कंपनी के विदर्भ में कार्यरत अधिकारी प्रसाद मोरेश्वर परांजपे को अमरावती में कुछ सर्जिकल डॉक्टर के माध्यम से उनकी कंपनी जेएमएस मेडिटेप इस प्रोडक्ट के बारे में शिकायतें प्राप्त हुई थी तब उन्होंने जेएमएस मेडिटेप इस प्रोडक्ट के अमरावती स्थित अधिकृत विक्रेता अंबिका सर्जिकल्स से माल वापस मंगवाया। तब उन्होंने कंपनी को बताया कि जो माल मार्केट में बेचा जा रहा है. वह उनकी कंपनी का नहीं बल्कि कोई व्यक्ति डूप्लिकेट प्रॉडक्ट्स बनाकर जेएमएस मेडिटेप बाजार में बेच रहा है| इसकी जांच पड़ताल करने पर पता चला कि यह माल अमरावती में महावीर प्लाजा स्थित दवा बाजार की हरिओम एजेंसीज दुकान से बेचा जा रहा है।

तब कंपनी के अधिकारी प्रसाद परांजपे ने अमरावती के अन्न व दवा प्रशासन विभाग के अधिकारी मनीष गोतमारे से शिकायत की और हरिओम एजेंसी में छापा मारा और वहा से जेएमएस मेडिटेप के डुप्लिकेट माल का जखीरा जब्त किया। और आरोपी हरिओम एजेंसी के संचालक महेंद्र चंडवानी से पूछताछ की तब उसने बताया कि यह जेएमएस मेडिटेप का माल उसने गुजरात स्थित आरके सर्जिकल के माध्यम से बुलवाया है और यह फर्जी माल शहर के फिजिशियन तथा दवा विक्रेताओं को असली बताकर मार्केट में उसकी बिक्री की है। 25 नवंबर को इस समूचे मामले की छानबीन होने के बाद मा न्यायलय के आदेश के बाद 6 दिसंबर को कोतवाली पुलिस थाने में मामला दर्ज की गया। इस तरह गुजरात से नकली दवाइयां लाकर शहर में उसका व्यवसाय करने की घटना का पर्दाफाश हुआ है।

इस से पहले भी अमरावती में बड़ी संख्या में नकली जंडू बाम के माल का जखीरा जप्त किया था, अब सवाल यह है की अमरवती में मेडिकल फिल्ड से रिलेटेड डुप्लिकेट माल कैसे बेचा जा रहा है वहा फ़ूड एंड ड्रग विभाग और पुलिस वीभाग को इन गतिविधियों की भनक क्यों नहीं लग रही , और जब आरोपी पकडे जाते है उन पर ठोस कार्यवाही क्यों नहीं की जाती.

सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार अमरावती में डुप्लिकेट JMS मेडिटेप के गोरख धंधे की जानकरी राज्य के स्वास्थ मंत्री तक पहुच गई है जल्द ही इस सन्दर्भ में बड़ी कार्यवाही की जाएगी, साथ ही हरिओम एजेंसी के पिछले वर्षो में किये गए लेने देंन की जानकारी भी जुटाई जाएगी.

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