नई दिल्ली- सरकार ने GST में चोरी को रोकने के लिए बड़ा कदम उठाया है. इसके लिए अब सरकार के साथ राज्य सरकारों ने भी कमर कस ली और GST चोरी करने वालों की नकेल कसनी शुरू कर दी है. लोग फर्जी रसीद लगाकर बड़ी मात्रा में टैक्स चोरी करते थे. जिसपर फेक इनवॉइसिंग को रोकने के लिए गुजरात, असम और महाराष्ट्र ने राज्य पुलिस के विशेष दस्तों का गठन किया है. फेक इनवॉइसिंग के जरिये जांच एजेंसियों को फ्रॉड बिलिंग को पकड़ने में काफी मदद मिलेगी.
Invoice में Geo Tagging की व्यवस्था लागू
सरकार और राज्य सरकार GST में चोरी को रोकने के लिए Invoice में Geo Tagging की व्यवस्था लागू करने वाली हैं. जिसके बाद जांच एजेंसियों को फ्रॉड बिलिंग को पकड़ने में काफी मदद मिलेगी. सूत्रों के अनुसार राज्यों की इस मामले में सक्रियता बढ़ने से GST चोरी रोकने में मिल रही है मदद रही है.
सतर्क हैं राज्य सरकारें
लोकल लेवल पर फेक इनवॉइसिंग यानि फर्जी बिलिंग को रोकने के लिए राज्य सरकारें अलर्ट हैं. Invoicing में Geo Tagging लागू होने से नकली बिलिंग पर निगरानी बढ़ी है. ATS समेत राज्यों की स्पेशियलाइज्ड पुलिस भी इस मुहिम में जुट गई है. गुजरात,असम और महाराष्ट्र जैसे राज्य पहले से ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डेटा एनालिटिक्स की मदद से फेक इनवॉइस को पकड़ रहे हैं. इनपुट्स के आधार पर विशेष पुलिस दस्ते के जरिए छापेमारी की जा रही है.
पकड़ी गई करोड़ों की चोरी
पिछले एक साल में 1.3 लाख करोड़ रुपए की GST चोरी पकड़ी गई है. 15562 मामले दर्ज हुए और 190 लोगों को अबतक अरेस्ट किया गया. सरकार ने इसमें से कुल 33226 करोड़ रुपए की वसूली कर ली है.