नई दिल्ली- सर्राफा बाजार में चांदी की कीमतों ने पहली बार 2 लाख 5 हजार के साइकोलॉजिकल लेवल को पार कर लिया। कुछ समय पहले तक इस लेवल असंभव जान पड़ता था। घरेलू बाजार में जबरदस्त लिवाली और वैश्विक अस्थिरता के बीच चांदी 2,07,833 रुपये के ऑलटाइम लेवल पर जा पहुंची है। महज एक दिन में ₹8000 से ज्यादा की भारी बढ़त ने निवेशकों को गदगद कर दिया है, लेकिन उन आम परिवारों की चिंता बढ़ा दी है जिनके घरों में शादियां हैं।
इस साल 130% का मल्टीबैगर रिटर्न
साल 2025 चांदी के निवेशकों के लिए किसी सपने से कम नहीं रहा है। अगर हम इस साल की शुरुआत यानी 1 जनवरी के आंकड़ों पर गौर करें, तो चांदी ₹90,500 प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रही थी। देखते ही देखते इसमें ₹1,17,333 की वृद्धि दर्ज की गई, जो लगभग 130% का रिटर्न है। ग्लोबल मार्केट में भी स्थिति कुछ ऐसी ही है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में हाजिर चांदी पहली बार $65 प्रति औंस के पार निकलकर $65.53 पर पहुंच गई।
दुनिया भर के लोग चांदी पर लगा रहे दांव
इससे पता चलता है कि दुनिया भर के बड़े निवेशक इस ‘सेफ हेवन’ एसेट पर दांव लगा रहे हैं। डॉलर की संभावित कमजोरी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरों में कटौती की आहट ने रैली का जोरदार समर्थन किया है, जिससे चांदी की चमक सोने से अधिक हो गई है।




