मुंबई– इस वर्ष विदर्भ को छोड़कर महाराष्ट्र में स्कूल 15 जून से शुरू होंगे। शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि राज्य में इस साल 15 जून से स्कूल खुलेंगे। उन्होंने कहा कि गर्मी अधिक होने के कारण विदर्भ में 30 जून से स्कूल शुरू होगा। केसरकर ने कहा कि यह निर्णय इसलिए लिया गया है, जिससे बच्चे छुट्टियों के हिसाब से अपनी सही योजना बना सकें।शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि केंद्र का नवभारत साक्षरता कार्यक्रम होने जा रहा है। अब से सरकारी और स्थानीय सरकारी स्कूलों में पहली से 8वीं तक के बच्चों को स्कूल के कपड़े, किताबें, जूते और मोजे सरकार द्वारा निःशुल्क प्रदान किए जाएंगे। साथ ही प्रत्येक पाठ के बाद एक पृष्ठ खाली रखा जाएगा।
ग्रैंड पेरेंट्स डे
दीपक केसरकर ने कहा कि आगामी शैक्षणिक वर्ष में संयुक्त परिवार प्रणाली के कारण ‘ग्रैंड पेरेंट्स डे’ मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से छात्रों को व्यावसायिक शिक्षा दी जाएगी। 20 मई तक सभी त्रुटियां पूर्ण करने वाले शिक्षकों को अनुदान दिया जाएगा। टीचिंग स्टाफ के वेतन में बढ़ोतरी की गई है। छात्रवृत्ति भी बढ़ाई गई है।
उच्च शिक्षा मराठी में
शिक्षा मंत्री ने कहा कि इंटरनेट के माध्यम से जानकारी दी जाएगी और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी। उन्होंने कहा कि स्कूलों में इंटरेक्टिव टीवी लगाए जाएंगे। कम नंबर वाले स्कूलों को बंद न करना पड़े, इसके भी प्रयास चल रहे हैं। इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाया जाएगा। लोगों को मराठी की तरफ आकर्षित करने के लिए उच्च शिक्षा भी मराठी में कराई जाएगी। स्कूल में बच्चे के पहले कदम का स्वागत किया जाएगा।
जरूरतमंदों को फ्री पुस्तक
दीपक केसरकर ने कहा कि वे बुजुर्गों के लिए डे केयर सेंटर शुरू करने पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम बालभारती पुस्तक के 90 प्रतिशत बच्चों को फ्री पुस्तकें दे रहे हैं, लेकिन कागज की कीमत बढ़ने के कारण इसकी कीमत में 30 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। हम जरूरतमंदों को किताब मुफ्त में दे रहे हैं। सभी को देना संभव नहीं है। निजी स्कूलों की फीस का भुगतान नहीं कर पाने वाले बच्चों के स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट पर रोक लगाने की शिकायतें मिली हैं। हम इस संबंध में एक समिति नियुक्त करेंगे। कोविड की वजह से ड्यूटी के दौरान मृत शिक्षकों सहित सरकारी कर्मचारियों को मदद दी गई है। मैं यह भी सत्यापित करूंगा कि कौन रह रहा है।