Wednesday, July 24, 2024
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चैत्र नवरात्रि, गुड़ी पड़वा से लेकर अमावस्या तक, देखें त्योहारों की पूरी लिस्ट

इस सप्ताह के व्रत एवं त्यौहार : 20 To 26 March 2023 मार्च माह के चौथे सप्ताह की शुरुआत हो चुकी है हिंदू कैलेंडर के अनुसार, चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के साथ नए सप्ताह की शुरुआत भी हो चुकी है। मार्च माह का ये सप्ताह काफी खास है, क्योंकि इस सप्ताह की शुरुआत मासिक शिवरात्रि के साथ हो रही है। इसके अलावा इस सप्ताह दर्श अमावस्या, गुड़ी पड़वा, हिंदू नववर्ष, चैत्र नवरात्रि, गौरी पूजा जैसे ढेरों व्रत त्योहार पड़ रहे हैं।

20 मार्च 2023, सोमवार- मास शिवरात्रि

पंचांग के अनुसार, हर मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मास शिवरात्रि पड़ती है। इस दिन भगवान शिव की विधिवत पूजा करने का विधान है। माना जाता है कि मास शिवरात्रि के दिन शिव जी के साथ मां पार्वती की पूजा करने से हर तरह के कष्टों से छुटकारा मिल जाता है।

21 मार्च, 2023, मंगलवार- दर्श अमावस्या

चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को चैत्र अमावस्या, दर्श अमावस्या, भूतड़ी अमावस्या जैसे नामों से जाना जाता है। मान्यता है कि इस अमावस्या के दिन भूत-प्रेत की समस्या से छुटकारा पाने के लिए कुछ ज्योतिष संबंधी उपाय करना शुभ होगा। इसके साथ ही इस दिन स्नान-दान का विशेष महत्व है।

22 मार्च 2023, बुधवार-गुड़ी पड़वा, चैत्र नवरात्रि आरंभ, झूलेलाल जयंती

गुड़ी पड़वा 2023

चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा गुड़ी पड़वा या वर्ष प्रतिपदा या युगादि के नाम से जानी जाती है।  गुड़ी का मतलब है विजय पताका। ये पर्व मुख्य रूप से मराठी समुदाय में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जाता है।  इसे देश में अलग-अलग नामों से जाना जाता है।

चैत्र नवरात्रि 2023

हिंदू कैलेंडर के अनुसार, हर साल में दो बार नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। पहला चैत्र नवरात्रि पर और दूसरा अश्विन माह में पड़ता है जिसे शारदीय नवरात्रि कहा जाता है। चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को चैत्र नवरात्रि व्रत आरंभ हो जाता है। इस साल पूरे 9 दिनों तक इस व्रत को रखा जा रहा है। 22 मार्च को शुरू हुई चैत्र नवरात्रि 30 मार्च को समाप्त होगी।

24 मार्च 2023, शुक्रवार- मत्स्य जयंती, गौरी पूजा, गणगौर

मत्स्य जयंती 2023

चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को भगवान विष्णु ने मत्स्य का अवतार लिया था। इसी के कारण हर साल इसी तिथि को मत्स्य जयंती के रूप में मनाया जाता है। विष्णु पुराण के अनुसार, भगवान विष्णु से इस अवतार को सृष्टि की रक्षा के लिए लिया था।

गणगौर

पंचांग के अनुसार, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को गणगौर तीज मनाई जाती है। इसे गौरी तृतीया के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन महिलाएं  भगवान शंकर जी और पार्वती जी का पूजन करती हैं।  इस दिन महिलाएं पति की लंबी आयु के व्रत रखती हैं और कुंवारी लड़कियां मनचाहा पति की कामना के लिए व्रत रखती हैं।

25 मार्च 2023, शनिवार- लक्ष्मी जयंती, विनायक चतुर्थी

हर मास के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी का व्रत रखा जाता है। चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी का व्रत रखा जा रहा है। इस दिन भगवान गणेश की विधिवत पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होगी।

26 मार्च 2023, रविवार- स्कंद षष्ठी

चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को स्कंद षष्ठी का व्रत रखा जा रहा है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती के बड़े पुत्र भगवान कार्तिकेय की पूजा करने का विधान है।

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