मुंबई – वाशिम यवतमाल से सांसद भावना गवली विदर्भ में शिवसेना के ताकतवर नेताओं में से एक हैं. महाराष्ट्र की सबसे शक्ति शाली महिला नेता के रूप में उनकी पहचान है. भावना गवली ने 2019 में लगातार पांचवीं बार लोकसभा चुनाव जीतकर अपना राजनीतिक दबदबा कायम रखा और आज भी विदर्भ की राजनीति में एक मात्र महिला नेता के रूप में डट के खड़ी हैं। इस के पीछे सबसे बड़ी उनकी ताकत है उनका तगड़ा जन संपर्क, भावना ताई के पिताजी स्वर्गीय पुंडलिकराव गवळी ने विदर्भ के वाशीम और यवतमाल में शिव सेना को मजूबत करने में सबसे बड़ी भूमिका निभाई, वर्ष 1990 में सबसे अधिक शाखा खोंलने का रिकॉर्ड उन्होंने बनाया था जिस पर नाशिक की जन सभा में बाला साहेब ठाकरे ने चांदी की ढाल दे कर उन्हें सम्मानित किया था.
आज भी पिताजी स्व.पुंडलिकराव और बाला साहेब ठाकरे के विचारो पर भावना ताई आगे बढ़ रही पिछले 25 वर्षो से शिवसेना को मजबूत करने में आपना पूरा जीवन गवली परिवार ने दे दिया. पिछले साल शिवसेना में बाला साहेब के विचारो को लेकर दो गुट पड़ गये क्यों की बाला साहेब स्पस्ट कहा करते थे की कोंग्रेस ने ही भारत को बर्बाद कर दिया. परन्तु २०१९ के बाद राज्य के राजनीती समीकरण बदल गए और उद्धव ठाकरे ने बाला साहेब ठाकरे के विचारो को दर किनार करते हुये कोंग्रेस पक्ष के साथ युति कर सरकार स्थापन कर दी. तभी से शिवसेना में हिन्दू विचारो और बाला साहेब के आदर्शो पर चलने वाला शिंदे गट नाराज हो गया. जिस के बाद शिवसेना के बहुतांश सांसद विधायक सहित हजारो पदाधिकारी उद्धव ठाकरे के विचारो को छोड़ एकनाथ शिंदे की शिवसेना के साथ आ गए, और एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बन गए तब से लेकर आज तक राज्य में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में एक मजबूत सरकार काम कर रही है, जिसमे भी भावना गवली का महत्वपूर्ण योगदान है..
आज भावना गवली के नेतृत्व में वाशिम यवतमाल इस मतदार संघ में रोड कनेक्टविटी सहित रेलवे कनेक्टिवि के कार्य तेजी से शुरू है, आज इस मतदार संघ में जात पात के राजकारण को छोड़ केवल विकास के राजकारण को आगे बढाया जा रहा. अब २०२४ में लोकसभा चुनाव होने वाले है जिसमे वाशिम यवतमाल से फिर एक बार भावना गवली शिवसेना से उम्मेदवार के तौर पर चुनाव लड़ेगी, इस मतदार संघ में उद्धव ठाकरे गुट से टिकेट लेने के लिए उत्साही उमेदवार की खोज सुरु है, जिसमे कुछ पिछले चुनावो में हार कर डिपोजिट जप्त होने वाले उमेदवार भी है. वही कोंग्रेस भी इस मतदार संघ में आपना उमेदवार देने की रचना तैयार कर रही है..
महाविकास आधाडी मिलकर एक महिला सांसद की घेरा बंदी करने में जुटी है. इस से ही भावना गवली के ताकत का अंदाजा लगाया जा सकता है. इस मतदार संघ के स्थानीय नागरिक आज भी भावना गवली के पक्ष में अभी से खड़े दिखइ दे रहे है, और चुनाव के नजदीक आते – आते और भी कई चुनावी बरसाती नेता इस मतदार संघ में अपनी दुकान खोलने आएगे एसी जानकरी सूत्रों द्वारा प्राप्त हुई है. वही कुछ नेताओ द्वारा भावना गवली के विरोध में इडी का भोंगा बजाया जा रहा परन्तु इस भोंगे की हवा भी निकल गई, क्यों की भावना गवली को कोर्ट ने क्लीन चिट दे दी. जिससे ये साफ हो गया की इन्हें गलत केस में फसाने का प्रयत्न हुआ था.
भावना गवली ने अपने पुरे जीवन में अकेले संघर्स कर देश और राज्य की राजनीती में आज अपना मजबूत स्थान निर्माण किया है. आज वे एक महिला शक्ति का मजबूत उदारण है, देश के प्रधान मंत्री मोदी जी भी उनके कार्य पद्धति और सरल स्वभाव की सराहना करते है, सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार जल्द ही मोदी जी के मंत्री मंडल में उन्हें शिंदे गुट से इन्हें मंत्री बनाये जाने की हलचल शुरू है…