Power of Attorney-पावर ऑफ अटॉर्नी एक जरूरी लीगल डॉक्यूमेंट है जिसके जरिए एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को अपनी प्रॉपर्टी को मैनेज करने के लिए अपॉइंट कर सकता है. इसे प्रॉपर्टी का मालिक या कोई व्यक्ति अपनी शक्तियों का ट्रांसफर किसी दूसरे व्यक्ति को करने के लिए करता है. ताकि वह उसके स्थान पर जरूरी फैसले कर सके. पावर ऑफ अटॉर्नी के अंडर जो जिस भी व्यक्ति को अपॉइंट किया जाता है उसे प्रिंसिपल, डोनर, या फिर ग्रांटर कहा जाता है. अधिकृत व्यक्ति को एजेंट या फिर पावर ऑफ अटॉर्नी एजेंट कहा जाता है. नियमों और शर्तों के आधार पर ऑथराइज्ड एजेंट के पास प्रॉपर्टी से जुड़े लीगल निर्णय लेने के अधिकार होते हैं.
क्या होती है Power of Attorney? जानें कितने प्रकार की होती है और क्या होता हैं पॉवर ऑफ़ अटॉर्नी का फायदा
कोई भी ऐसा व्यक्ति जिस पर आप आंख बंद करके भरोसा कर सकते हैं उसे आप पावर ऑफ अटॉर्नी बना सकते हैं. वह व्यक्ति काफी जिम्मेदार, भरोसेमंद, 18 साल की उम्र से बड़ा और निर्णय लेने में सही होना चाहिए.
पॉवर ऑफ अटॉर्नी का फायदा