बड़ी गाड़ियां हमेशा डीजल वाली क्यों होती है? जब की पेट्रोल इंजन ज्यादा पावरफुल होता हैं

रोचक-  अक्सर कहा जाता है कि पेट्रोल इंजन वाली गाड़ियां ज्यादा मजबूत होती हैं और उन्हें डीजल इंजन गाड़ियों से ज्यादा अच्छा माना जाता है. लेकिन, जितने भी भारी वाहन होते हैं, वो सभी डीजल के होते हैं. तो फिर सवाल ये है कि आखिर पेट्रोल की गाड़ियां ज्यादा मजबूत होती है तो फिर भारी सामानों को ले जाने या लंबी दूरी तय करने के लिए पेट्रोल की गाड़ियों को इस्तेमाल क्यों नहीं होता है. साथ ही बड़ी गाड़ियों में डीजल ही क्यों इस्तेमाल किया जाता है…

डीजल और पेट्रोल में क्या है अंतर?

दरअसल, डीजल और पेट्रोल इन दोनों को ही कच्चे तेल से बनाया जाता है. इसके अलावा इस कच्चे तेल का इस्तेमाल और भी कई अलग-अलग ईंधन बनाने में किया जाता है. कच्चे तेल को हल्की और भारी घटकों में बांटा जाता है, अब इसका जो हल्का या लाइटर हिस्सा होता है इसे पेट्रोल कहते हैं और जो भारी हिस्सा होता है उसको डीजल कहते हैं.

बड़ी गाड़ियों में डीजल क्यों?

पेट्रोल की तुलना में डीजल को जलाना काफी ज्यादा मुश्किल होता है. इसके अलावा सिलेंडर में ज्यादा गर्म हवा के लिए है बहुत हाई प्रेशर की जरूरत होती है जो  डीजल ही उत्पन्न कर सकता है. ऐसे में डीजल का हाई प्रेशर पेट्रोल के इंजन से 5 से 10 गुना ज्यादा होता है. इससे भारी वाहनों में भारी वजन कोलाज ना या एक जगह से दूसरी जगह ले जाना आसान हो जाता है, जिसकी वजह से बड़े वाहनों में डीजल का इस्तेमाल किया जाता है.

वहीं छोटे वाहनों में जैसे स्कूटर, मोटरसाइकिल मे डीजल सही नहीं रहता और इन वाहनों में कम प्रेसर की जरूरत पड़ती है. वहीं पेट्रोल को जलाना ज्यादा आसान होता है इसकी वजह से छोटे वाहनों में पेट्रोल का इस्तेमाल किया जाता है.

पेट्रोल और डीजल के इंजन में होता है फर्क

डीजल का इंजन पेट्रोल के इंजन से ज्यादा बड़े होते हैं, वह भारी वाहनों में ज्यादा इस्तेमाल होते हैं जिसकी वजह से डीजल के इंजन में पार्ट्स भी ज्यादा होते हैं. इसके मेंटेनेंस का खर्चा भी ज्यादा लगता है, लेकिन वहीं दूसरी और पेट्रोल का इंजन छोटा होता है और इसमें पार्ट्स भी कम होते हैं. डीजल के इंजन बाहरी वाहनों में ज्यादा उपयोग किए जाते हैं, पेट्रोल के छोटे वाहनों में ज्यादा इस्तेमाल किए जाते हैं.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here