1050 रुपये क्विंटल तक गिरा प्याज का भाव जानें ताजा रेट्स

नई दिल्ली -प्याज एक महत्वपूर्ण सब्जी और मसाला फसल है. इसमें प्रोटीन और कुछ विटामिन कम मात्रा में होते हैं. प्याज में कई औषधीय गुण होते हैं. प्याज का उपयोग सूप, अचार और सलाद के रूप में किया जाता है. भारत के प्रमुख प्याज उत्पादक राज्य महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, कर्नाटक, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और बिहार हैं. मध्य प्रदेश भारत का सबसे बड़ा प्याज उत्पादक राज्य है.

मध्य प्रदेश में प्याज की खेती मुख्य रूप से खंडवा, शाजापुर, रतलाम, छिंदवाड़ा, सागर और इंदौर में की जाती है. आमतौर पर सभी जिलों में प्याज की खेती की जाती है. भारत से प्याज मलेशिया, यूएई, कनाडा, जापान, लेबनान और कुवैत को निर्यात किया जाता है. इन तमाम जांकरियों के बीच प्याज का भाव 1050 रुपये क्विंटल तक गिर गया है.

क्या है दाम बढ़ने की वजह

सब्जियों के दाम बढ़ने की मुख्य वजह बारिश कम होना बताई जा रही है। आजादपुर सब्जी मंडी के वेजिटेबल ट्रेडर्स असोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी अनिल मल्होत्रा ने बताया कि बारिश कम होने के चलते कई राज्यों में फसल खराब हुई हैं। जिसका असर हरी सब्जियों के दामों पर पड़ा है।

प्याज क्यों हो रहे हैं महंगे

देश में प्याज की सबसे बड़ी होलसेल मंडी महाराष्ट्र में नासिक के पास लासलगांव में है। वहीं इस समय प्याज के दाम दो साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं। पिछले सप्ताह वहीं अच्छे किस्म का प्याज 49,00 रुपये प्रति क्विंटल नीलाम हुआ था। इसके दिल्ली पहुंचने पर प्रति क्विंटल करीब 600 से 800 रुपये का भाड़ा जुटता है। ऐसे में दिल्ली में प्याज तो महंगा होगा ही। उधर, मध्य प्रदेश में मौसम की वजह से प्याज की फसल खराब हो रही है, जिससे प्याज का रेट भी तेजी से बढ़ रहे हैं।

हरी सब्जियों के भी दाम बढ़े

बारिश के मौसम में हर साल हरी सब्जियों के दाम बढ़ जाते हैं। दरअसल, बारिश खूब होने पर भिंडी, परवल, तोरी, घीया आदि के पौधे सड़ने लगते हैं। इस मौसम में इन्हीं सब्जियों की खूब आवक रहती है। इस समय कुछ इलाकों में ज्यादा बारिश होने से सब्जियों को नुकसान हुआ है। इससे अन्य सब्जियों के भी दाम बढ़ गए हैं। इस समय थोक बाजार में ही भिंडी का भाव 30 से 35 रुपये किलो तक पहुंच गया है। रिटेल में यह 60 रुपये किलो बिक रहा है। परवल, करेला, घीया आदि भी इस समय महंगे ही बिक रहे हैं।

लहसुन और धनिया भी तेज

रिटेल बाजार में इन दिनों हरी मिर्च, धनिया, अदरक और लहसुन के दाम में भी बढ़ोतरी हुई है। सब्जी कारोबारी श्रीकांत बताते हैं कि धनिया का रेट 300 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है। एक महीने पहले तक धनिया 100 से 150 रुपये किलो बिक रही थी। वहीं लहसुन भी 300 रुपये प्रति किलो के रेट पर पहुंच गया है। आजादपुर सब्जी मंडी के लहसुन करोबारी वरुण चौधरी बताते हैं कि पिछले साल लहसुन का बीज महंगा होने के चलते किसानों ने लहसुन की खेती कम की। इसका असर उत्पादन पर दिखा। इस वजह से लहसुन महंगा है। थोक मंडी में इसकी कीमत 150 से 170 रुपये प्रति किग्रा है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here