नई दिल्ली: कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन का खतरा हर दिन बढ़ता जा रहा है। 24 नवंबर को इस वेरिएंट की मौजूदगी का ऐलान किए जाने के बाद 10 दिनों में ये दुनिया के सभी महादेशों तक दस्तक दे चुका है। अब तक ओमिक्रॉन के 400 से ज्यादा केस दुनिया के 37 देशों में आ चुके हैं। भारत में ओमिक्रॉन के दो ही मरीज मिले हैं, लेकिन पिछले 24 घंटे में खतरे की आशंका कई गुना बढ़ चुकी है। इसकी वजह बने हैं विदेशों से लौटे वो लोग, जो हाई रिस्क कंट्रीज से आने के बावजूद ऑउट ऑफ ट्रेस हैं। देश के 7 बड़े राज्यों से ऐसे सैकड़ों लोगों को डेटा सामने आया है, जिन्होंने गाइडलाइन के मुताबिक एयरपोर्ट पर कोरोना टेस्ट कराने की बजाय किसी तरह चकमा देकर निकलने में कामयाब हो गए और अब तक पुलिस प्रशासन के संपर्क में नहीं हैं। खतरे की दूसरी वजह है विदेशों से लौटे 30 से ज्यादा यात्री कोविड टेस्ट में पॉजिटव पाए गए हैं। जांच में अभी तक साफ नहीं हुआ, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि ये ओमिक्रॉन वेरिएंट के पॉजिटिव हो सकते हैं।
यूके से लौटी महिला कोविड पॉज़िटिव
अहमदाबाद में बीती रात ब्रिटेन से आने वाले यात्रियों में से एक महिला एयरपोर्ट पर टेस्टिंग में कोविड पॉज़िटिव पायी गयी। सैम्पल्स जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया है। महिला को आइसोलेट किया गया। फ्लाइट में क्रू मेम्बर्स सहित कुल 222 लोग थे। सभी को होम आइसोलेशन में रखा गया है। सभी का सात दिन बाद फिर कोविड टेस्ट होगा।
दक्षिण अफ्रीका में 5 साल से कम उम्र के बच्चों में बढ़ रहे संक्रमण के मामले
दक्षिण अफ्रीका में विशेषज्ञों ने बच्चों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है। देश में शुक्रवार रात तक संक्रमण के 16,055 नए मामले सामने आ चुके थे और 25 संक्रमितों की मौत हो चुकी थी।
‘ओमिक्रॉन पर अंकुश लगाने के लिए लॉकडाउन अंतिम उपाय’
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे को कम करने के लिए लॉकडाउन लागू करना बहुत महंगा साबित हो सकता है और इसे अंतिम उपाय के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए। दक्षिण अफ्रीका और बोत्सवाना से ओमिक्रॉन वैरिएंट के बारे में सामने आई खबरों के बाद, अमेरिका और ब्रिटेन सहित कई देशों ने कई अफ्रीकी देशों के यात्रियों के लिए यात्रा प्रतिबंध या क्वारंटीन अवधि के नियम लागू करने का फैसला किया है।