नई दिल्ली- स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि नीट पीजी 2023 के लिए क्वालीफाइंग पर्सेंटाइल को घटाकर शून्य करने से अभ्यर्थियों का दायरा बढ़ जाएगा। उन्होंने कहा कि पीजी मेडिकल पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए योग्यता प्रणाली कमजोर नहीं होगी और केवल उच्चतम अंक प्राप्त करने वाले उम्मीदवारों को ही प्रवेश मिलेगा।
अधिकारियों ने कहा कि छात्रों को प्रवेश एक पारदर्शी काउंसलिंग के माध्यम से दिया जाएगा और कुछ निजी कालेजों द्वारा पिछले दरवाजे से प्रवेश की कथित पेशकश को खत्म कर दिया जाएगा। उन्होंने इस अटकल को काल्पनिक बताया कि शून्य पर्सेंटाइल वाले छात्र भी विशेषज्ञ डाक्टर बन सकते हैं।
उन्होंने कहा, वास्तविकता यह है कि उच्चतम अंक वाले छात्र अपनी पसंद के पाठ्यक्रमों और कालेजों में प्रवेश के लिए योग्य माने जाएंगे। देश में पीजी मेडिकल की 68,142 सीटें हैं। अब तक, 50 प्रतिशत से अधिक पर्सेंटाइल प्राप्त करने वाले उम्मीदवार मेडिकल पीजी में प्रवेश के लिए काउंस¨लग में भाग लेने के पात्र थे। पिछले साल कट आफ 20 पर्सेंटाइल रखा गया था, फिर भी अखिल भारतीय कोटा के तहत 3,000 सीटें खाली रह गईं। राज्य कोटे के तहत भी कुछ सीटें खाली रह गईं।