वित्त वर्ष 2022-23 की अप्रैल-जून तिमाही में अग्रिम कर संग्रह 17 जून तक रहा 1,16,776 लाख करोड़ रुपये,वित्तमंत्री ने दिया बाद अपडेट

अग्र‍िम कर भुगतान- सरकार की तरफ से अग्र‍िम कर भुगतान के ल‍िए टैक्‍सपेयर्स को लगातार जागरूक क‍िया जा रहा है. इसका असर भी द‍िखाई देना शुरू हो गया है. जी हां, मौजूदा व‍ित वर्ष में 17 जून तक देश का शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह  11.18 प्रतिशत के इजाफे के साथ 3.80 लाख करोड़ रुपये हो गया है. अग्रिम कर संग्रह की वजह से यह वृद्धि हुई. वित्त मंत्रालय की तरफ से इस बारे में जानकारी दी गई. व‍ित्‍त मंत्री न‍िर्मला सीतारमण के कार्यकाल में टैक्‍स पेयर्स की तरफ से दी गई यह एक और खुशखबरी है.

पहले साल भी र‍िकॉर्ड आयकर जमा हुआ था

इससे पहले व‍ित्‍तीय वर्ष 2021-22 में आयकर का भुगतान करने वालों ने र‍िकॉर्ड टैक्‍स जमा क‍िया था. मौजूदा वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में अग्रिम कर संग्रह (Advance Tax) 17 जून तक 1,16,776 लाख करोड़ रुपये रहा. यह पिछले साल की समान अवधि से 13.70 प्रतिशत ज्‍यादा है. मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह (Net Direct Tax Collection) 17 जून तक 3,79,760 करोड़ रहा, जिसमें कॉरपोरेट टैक्‍स (CIT) के 1,56,949 करोड़ रुपये शामिल हैं.

2,22,196 करोड़ का पर्सनल इनकम टैक्‍स

प्रतिभूति लेनदेन कर (STT) सहित पर्सनल इनकम टैक्‍स के रूप में 2,22,196 करोड़ रुपये जमा हुए. सकल आधार पर, रिफंड को एडजस्‍ट करने से पहले कलेक्‍शन 4.19 लाख करोड़ रुपये था. यह राशि सालाना आधार पर 12.73 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है. इसमें कॉरपोरेट टैक्‍स 1.87 लाख करोड़ रुपये और प्रतिभूति लेनदेन टैक्‍स सहित व्यक्तिगत आयकर के 2.31 लाख करोड़ रुपये शामिल हैं. रिफंड राशि 17 जून तक 39,578 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 30 प्रतिशत ज्यादा है.

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