नई दिल्ली-भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने देश भर में पिछले सप्ताह कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के मद्देनजर संशोधित दिशा-निर्देश जारी किए हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत कोविड-19 नेशनल टास्क फोर्स ने वयस्क कोविड-19 रोगियों के प्रबंधन के लिए संशोधित कलीनिकल गाइडलाइन जारी की है।
ICMR ने जारी किए दिशानिर्देश
संशोधित कोविड-19 दिशानिर्देशों के अनुसार, शारीरिक दूरी बनाए रखना, इंडोर मास्क का उपयोग, हाथ की स्वच्छता, लक्षण प्रबंधन (हाइड्रेशन, एंटी-पायरेटिक्स, एंटी-ट्रासिव) तापमान और ऑक्सीजन संतृप्ति (अंगुलियों के लिए एसपीओ जांच लागू) उपचार करने वाले चिकित्सक के संपर्क में रहना शामिल हैं। इसके अलावा दिशानिर्देशों में कहा गया है यदि सांस लेने में दिक्कत हो, तेज बुखार हो या गंभीर खांसी हो, विशेष रूप से यदि 5 दिनों से अधिक समय तक रहे तो तत्काल चिकित्सा का ध्यान रखें।
आईसीएमआर ने जारी किया बयान
आईसीएमआर की ओर से जारी संशोधित दिशानिर्देशों में कहा गया है कि एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग तब तक नहीं किया जाना चाहिए, जब तक कि बैक्टीरिया संक्रमण का क्लीनिकल संदेह न हो। इसके साथ ही अन्य संक्रमणों के साथ कोविड-19 के संक्रमण की संभावना पर विचार किया जाना चाहिए। हल्की बीमारी के दौरान सिस्टमिक और कॉर्टिको स्टेरॉयड देने की सलाह नहीं दी जाती है।
इन राज्यों में बढ़े हैं कोविड-19 के मामले
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने गुरुवार को महाराष्ट्र, गुजरात, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक की राज्य सरकारों को परीक्षण, ट्रैक, उपचार और टीकाकरण की पांच स्तरीय रणनीति का पालन करने को कहा है, क्योंकि इन राज्यों में कोविड-19 के मामलें में पिछले कुछ दिनों में वृद्धि देखने को मिली है। बता दें कि 8 मार्च 2023 के अंत तक देश में कुव 2,082 मामले दर्ज किए गए थे, जो 15 मार्च के अंत तक बढ़कर 3,264 मामले हो गए हैं। इसी के चलते केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को निर्देश जारी किए हैं।