5 घंटे का सफर अब सिर्फ 90 मिनट में

महाराष्ट्र की महत्वाकांक्षी बंदरगाह विकास पहल को गति देने के लिए यह मार्ग बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा।प्रस्तावित कनेक्टिंग मार्ग की लंबाई लगभग 104–105 किलोमीटर होगी। यह एक्सप्रेसवे 3+3 यानी छह लेन का हो सकता है। महामार्ग की प्रस्तावित चौड़ाई 100 मीटर, जबकि सुरंगों की चौड़ाई 80 मीटर होगी। इस मार्ग पर 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से यात्रा संभव होगी, जिससे यात्रा समय में बड़ी बचत होगी।
वर्तमान में 183 किलोमीटर की दूरी तय करने में लगभग 5 घंटे लगते हैं, लेकिन नए मार्ग के कारण दूरी घटकर 104 किलोमीटर रह जाएगी, यानी 78 किलोमीटर की बचत होगी। इसी वजह से यात्रा समय घटकर 1 से 1.5 घंटे तक सीमित हो जाएगा।यह प्रस्तावित महामार्ग पालघर जिले के दहानू, विक्रमगढ़, जव्हार, मोखाड़ा तथा नाशिक जिले के त्र्यंबकेश्वर क्षेत्र से होकर गुजरेगा। इस परियोजना में कुल 65 गांव शामिल होंगे। फिलहाल परियोजना की डीपीआर तैयार करने का काम जारी है, और इस पर लगभग 14,000 करोड़ रुपये का खर्च आने की संभावना है।



