ठाणे- महाराष्ट्र के ठाणे में एक गिरोह ने पेमेंट गेटवे सेवा मुहैया कराने वाली एक कंपनी के खाते को हैक कर विभिन्न बैंकों के अलग-अलग खातों से 16,180 करोड़ रुपये निकाल लिए। असल में शुरू में कंपनी के पेमेंट गेटवे खाते को हैक कर उसमें से 25 करोड़ रुपये निकालने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी लेकिन जब पुलिस ने जांच शुरू की तो ठगी का यह मामला 16 हजार करोड़ से भी अधिक का निकला।
अब तक का सबसे बड़ा साइबर क्राइम
पुलिस का मानना है कि ये अब तक का सबसे बड़ा साइबर क्राइम हो सकता है। पुलिस जांच टीम ने आरोपितों के यहां से कई फर्जी दस्तावेज भी बरामद किए हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह धोखाधड़ी लंबे अरसे से चल रही थी, लेकिन मामला तब सामने आया जब महाराष्ट्र के ठाणे शहर के श्रीनगर थाने में इसी वर्ष अप्रैल में एक शिकायत दर्ज कराई गई।
कई धाराओं में मामला दर्ज
जब पुलिस ने मामले की जांच की तो बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया। इसके बाद ठाणे अपराध शाखा के एक अधिकारी की शिकायत पर नौपाडा थाने में शुक्रवार को संजय सिंह, अमोल अंदाले, अमन,केदान, समीर दिघे, जितेन्द्र पांडेय और अज्ञात लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी, आपराधिक साजिश समेत कई धाराओं के अलावा सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के प्रविधानों के तहत मामला दर्ज किया गया।
अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई
पुलिस ने बताया कि मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। प्राथमिकी के अनुसार, आरोपित जितेन्द्र पांडेय आठ से 10 वर्षों तक बैंकों में रिलेशनशिप एवं सेल्स मैनेजर के रूप में काम कर चुका है। माना जा रहा है कि वह पूरे मामले का मास्टरमाइंड है क्योंकि उसे बैंकों के वित्तीय लेनदेन की अच्छी तकनीकी जानकारी है।
अधिकारी ने बताया कि पुलिस को संदेह है कि इस मामले में कई बड़े लोग शामिल हो सकते हैं और हो सकता है कि गिरोह ने पूरे भारत में कई कंपनियों और लोगों को अपना शिकार बनाया हो। अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच जारी है।