मध्य रेलवे– महाप्रबंधक, मध्य रेल श्री नरेश लालवानी के मार्गदर्शन एवं सभी प्रमुख विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों के सहयोग से मध्य रेल ने स्क्रैप की बिक्री से 200 करोड़ रुपये के मील के पत्थर को पार कर लिया है और 10 अक्टूबर 2023 तक 202.25 करोड़ रुपये की कुल बिक्री प्राप्त की है।
मध्य रेल ने 135 करोड़ रुपये के आनुपातिक बिक्री लक्ष्य के मुकाबले सितंबर 2023 तक 193.45 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया था और इस अवधि के लिए आनुपातिक बिक्री लक्ष्य से 43.29% अधिक था। सितंबर तक आनुपातिक लक्ष्य से अधिक बिक्री प्रतिशत के मामले में सभी रेलवे इकाइयों में सबसे आगे है और आज तक वह इस पैरामीटर पर अग्रणी बना हुआ है।
मध्य रेल ने यह सुनिश्चित करने के लिए “जीरो-स्क्रैप” मिशन शुरू किया था कि प्रत्येक मंडल, वर्कशॉप और कारशेड निर्धारित समय के भीतर स्क्रैप सामग्री से पूरी तरह मुक्त हो।उक्त कार्य को प्राथमिकता देते हुए अधिक पुराने लोको, डीजल सरप्लस लोको, गैर-परिचालन रेल लाइनों और अधिक पुराने या दुर्घटनाग्रस्त लोको/कोचों सहित विभिन्न प्रकार के स्क्रैप की पहचान और निपटान के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
इस दृढ़ प्रयास के प्रभावशाली परिणाम मिले हैं, मध्य रेल ने 30 सितंबर-2023 तक 193.45 करोड़ रुपये की स्क्रैप बिक्री हासिल की, जो 300 करोड़ रुपये के बिक्री लक्ष्य में 66.40% की उल्लेखनीय वृद्धि है।
इसे बिक्री के माध्यम से हासिल किया गया है-
• 13,662 मीट्रिक टन रेल,
• 12 लोकोमोटिव,
• 174 कोच, और
• 107 वैगन (भुसावल मंडल में 20 किलोमीटर जामनेर-पचोरा सेक्शन नैरो गेज लाइन सहित।
अप्रैल से सितंबर- 2023 की अवधि के लिए 193.45 करोड़ रुपये का स्क्रैप बिक्री राजस्व इस प्रकार है।
1. भुसावल मंडल ने 40.65 करोड़ रुपये की स्क्रैप बिक्री हासिल की।
2. माटुंगा डिपो ने 30.97 करोड़ रुपये की स्क्रैप बिक्री हासिल की
3. मुंबई मंडल ने 30.07 करोड़ रुपये की स्क्रैप बिक्री हासिल की।
4. भुसावल के इलेक्ट्रिक लोको शेड डिपो ने 19.08 करोड़ रुपये की स्क्रैप बिक्री हासिल की।
5. पुणे मंडल ने 18.62 करोड़ रुपये की स्क्रैप बिक्री हासिल की
6. नागपुर मंडल ने 13.90 करोड़ रुपये की स्क्रैप बिक्री हासिल की
7. सोलापुर मंडल ने 13.24 करोड़ रुपये की स्क्रैप बिक्री हासिल की।
8. मध्य रेल के अन्य स्थानों ने सामूहिक रूप से 26.92 करोड़ रुपये की स्क्रैप बिक्री हासिल की है।
मध्य रेल जीरो स्क्रैप मिशन के दायरे में सभी मंडलों और डिपो के लिए स्क्रैप-मुक्त स्थिति प्राप्त करने के अलावा रेलवे बोर्ड के वर्ष 2023-24 के लिए 300 करोड़ के स्क्रैप बिक्री के लक्ष्य को पार करने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम है।