मुंबई- महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने मुख्यमंत्री माझी लड़की बहन योजना की मई की किस्त के बारे में जानकारी दी है। अदिति तटकरे ने यह भी कहा कि लड़की बहन योजना को लेकर भ्रांति फैलाई जा रही है। अदिति तटकरे ने यह भी कहा कि जिस तरह लड़की बहन बहनों को अप्रैल की किस्त दी गई थी, उसी तरह मई की किस्त भी लड़की बहन योजना को दी जाएगी। मई महीने की किस्त जल्द ही प्यारी बहनों के खातों में सीधे जमा कर दी जाएगी। अदिति तटकरे ने कहा कि वे प्यारी बहनों को आश्वस्त करना चाहती हैं कि जैसे अप्रैल महीने की किस्त सीधे उनके खातों में जमा की गई थी, वैसे ही मई महीने की किस्त भी उनके खातों में जमा कर दी जाएगी।
जनवरी से उन महिलाओं को भुगतान बंद कर दिया गया है।
यह बात सामने आई थी कि सरकारी कर्मचारी मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना का लाभ उठा रहे थे। इस बारे में पूछे जाने पर अदिति तटकरे ने कहा कि मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना को लेकर भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन योजना जारी रहेगी। हमने तीन-चार महीने पहले विस्तृत जांच की थी। उस जांच में पता चला था कि महिला सरकारी कर्मचारी लाभ ले रही थीं। 2 लाख सरकारी कर्मचारियों का डेटा मिला था। जिसमें से 2 से ढाई हजार कर्मचारी लाभ ले रहे थे। जब से यह पता चला है, उन्होंने उन्हें लाभ देना बंद कर दिया है, अदिति तटकरे ने बताया। लड़की बहिन योजना महायुति सरकार द्वारा जुलाई 2024 से शुरू की गई है। इस योजना के माध्यम से प्यारी बहनों को 10 महीने की राशि दी गई है। अप्रैल महीने की किस्त 7 मई के बीच दी गई थी।
महिला आयोग की सीमाओं को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है।
अदिति तटकरे ने गन्ना कटाई करने वाली महिला श्रमिकों की रिपोर्ट के संबंध में सरकार द्वारा की गई कार्रवाई की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिला कलेक्टर से गन्ना कटाई करने वाली महिला श्रमिकों की रिपोर्ट के बारे में पूछा गया है। उन्होंने कहा कि इसके कारणों का पता लगाने के लिए कहा गया है।महिला आयोग को लेकर हुई बैठक में कुछ लोगों को नहीं बुलाया जा सका। बैठक में जो भी सुझाव आएंगे, उन पर हम कार्रवाई करेंगे। अगर किसी बदलाव के लिए सुझाव होंगे, तो हम उन पर अमल करेंगे, ऐसा अदिति तटकरे ने कहा। महायुति की ओर से किसी ने भी कोई व्यक्तिगत आलोचना नहीं की है। महिला आयोग की सीमाओं को ध्यान में रखना जरूरी है। हम सुझावों पर जरूर विचार करेंगे, ऐसा अदिति तटकरे ने कहा।