भारत में कोरोना वायरस के बाद अब मंकीपॉक्स का खतरा शुरू हो गया है। केरल के बाद अब राजधानी दिल्ली में मंकीपॉक्स का नया केस मिला है। केरल में अब तक 3 नए केस आ चुके हैं। स्वास्थ्य महकमा जांच में जुट गया है।दिल्ली में मिला मंकीपॉक्स का 34 साल का मरीज मनाली में एक पार्टी में शामिल होकर लौटा था। लक्षण मिलने के बाद उसे दिल्ली के LNJP अस्पताल में तीन दिन पहले आइसोलेट किया गया है। साथ ही इसके संपर्क में आने वाले लोगों की पहचान कर ली गई है और उन्हें भी आइसोलेट कर दिया गया है।
इधर, सरकार ने मंकीपॉक्स की जांच के लिए 16 लैब को मंजूरी दी है, इनमें 2 केरल में हैं। इसके अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव, DGHS और NCDC के डायरेक्टर ने जॉइंट मॉनिटरिंग टीम के साथ मीटिंग की है। टीम ने राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को कड़ी निगरानी की सलाह दी है। दिल्ली सरकार ने मंकीपॉक्स केस के कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग भी शुरू कर दी है।
दुनिया में मंकीपॉक्स के लगभग 17 हजार मामले
Monkeypoxmeter.com के डेटा के मुताबिक, भारत समेत 80 देशों में 16,886 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से यूरोप में सबसे ज्यादा 11,985 लोग मंकीपॉक्स की चपेट में आए हैं। वहीं, बीमारी से ग्रस्त टॉप 10 देशों में ब्रिटेन, स्पेन, अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, पुर्तगाल, कनाडा, नीदरलैंड्स, इटली और बेल्जियम शामिल हैं। मंकीपॉक्स से इस साल तीन लोगों की मौत हो चुकी है।
WHO ने हेल्थ इमरजेंसी घोषित की
WHO ने मंकीपॉक्स को लेकर पूरी दुनिया में हेल्थ इमरजेंसी घोषित की है। WHO ने कहा कि ये बीमारी मरीज से स्किन टु स्किन कॉन्टैक्ट करने से या फिर उसे खाना खिलाने से भी संक्रमण फैलता है। इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति के कपड़े, बर्तन और बिस्तर छूने से भी मंकीपॉक्स फैल सकता है।
अमेरिका में पहली बार मिला बच्चों में मंकीपॉक्स
इधर, अमेरिका में पहली बार दो बच्चों में यह संक्रमण पाया गया है। हेल्थ एजेंसी सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के मुताबिक एक बच्चा कैलिफोर्निया का है, वहीं दूसरा बच्चा नवजात है और अमेरिका का निवासी नहीं है। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि दोनों बच्चों की हालत स्थिर है। इलाज के लिए उन्हें एंटीवायरल दवा टेकोविरिमैट दी गई है।