प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने मंगलवार सुबह नेशनल हेराल्ड के दिल्ली, मुंबई और कोलकाता समेत 16 ठिकानों पर छापे मारे हैं। यह कार्रवाई सोनिया और राहुल से पूछताछ के बाद की गई है।इस कार्रवाई के कुछ देर बाद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है कि कांग्रेस आप लोगों की है और आप कांग्रेस की ताकत हैं। हमें तानाशाह के हर फरमान से लड़ना है। इधर, छापेमारी के खिलाफ नेशनल हेराल्ड दफ्तर के बाहर बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। इन्होंने सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए।
राहुल ने कहा- जनता की आवाज दबाने की कोशिश
ED की कार्रवाई के दौरान ही राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘आपके लिए, मैं और कांग्रेस पार्टी लड़ते आ रहे हैं और आगे भी लड़ेंगे। आज देश में किन मुद्दों पर विचार-विमर्श होना चाहिए, ये आप अच्छे से जानते हैं, क्योंकि सरकार की हर गलत नीति का असर आपके जीवन पर पड़ रहा है।
ये सरकार चाहती है कि आप बिना सवाल किए तानाशाह की हर बात को स्वीकार करें। मैं आप सबको विश्वास दिलाता हूं, इनसे डरने की और तानाशाही सहने की जरूरत नहीं है। ये डरपोक हैं, आपकी ताकत और एकता से डरते हैं, इसलिए उस पर लगातार हमला कर रहे हैं। अगर आप एकजुट हो कर इनका सामना करेंगे, तो ये डर जाएंगे। मेरा आपसे वादा है, न हम डरेंगे और न इन्हें डराने देंगे।’
27 जुलाई को ED ने सोनिया से यह सवाल पूछे थे
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3 दिन में सोनिया से 12 घंटे पूछताछ
पहली बार सोनिया 21 जुलाई को ED दफ्तर पहुंची थीं, यहां उनसे 3 घंटे पूछताछ हुई। इसके बाद 5 दिन का ब्रेक मिला। इसके बाद ईडी ने उन्हें 26 जुलाई को बुलाया और 6 घंटे तक सवाल किए। बीते हफ्ते बुधवार को ईडी ने सोनिया को पूछताछ के लिए बुलाया था, यहां एजेंसी ने उनसे 3 घंटे पूछताछ की। कुल 12 घंटे हुई पूछताछ के दौरान उनसे 100 से ज्यादा सवाल किए गए।
इससे पहले ईडी ने राहुल गांधी से नेशनल हेराल्ड केस मामले में जून में पांच दिनों में 50 घंटे से ज्यादा समय तक अलग-अलग राउंड में पूछताछ की थी।
जानिए नेशनल हेराल्ड केस क्या है?
नेशनल हेराल्ड केस का मामला सबसे पहले भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में उठाया था। अगस्त 2014 में ED ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया। केस में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस के ही मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीज, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे को आरोपी बनाया गया था।