केंद्र सरकार का बड़ा निर्णय ! खाद्य तेल की स्‍टॉक लिमिट से हटाया प्रतिबंध

सरकार ने रिटेल सेलर्स को 30-30 क्विंटल तक तेल और तिलहन स्टोर करने की परमिशन दी थी. इसके अलावा थोक विक्रेता 500 क्विंटल स्टोर कर सकते थे.

Edible Oil Stock Limit: खाद्य तेल कीमतों में लगातार गिरावट आ रही है. इसे देखते हुए केंद्र की मोदी सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने एक साल से लगे खाने के तेल के स्टॉक लिमिट को हटाने का फैसला किया है. इस फैसले के बाद अब चेन और थोक विक्रेता अपनी जरूरत और मर्जी के अनुसार खाने के तेल और तिलहन का भंडारण कर पाएंगे. सरकार ने यह फैसला इंटरनेशनल मार्केट में तेल और तिलहन के गिरते दामों को देखते हुए लिया है.

स्टॉक लिमिट लगाने के पीछे कारण

गौरतलब है कि साल 2021 के अक्टूबर महीने में केंद्र सरकार ने तेल और तिलहन के बढ़ते दामों को कंट्रोल करने के लिए इसके भंडारण की सीमा तय कर दी थी. इसके बाद से बड़े रिटेलर्स से लेकर थोक विक्रेता तय मात्रा से ज्यादा खाने का तेल और तिलहन को स्टोर करके नहीं रख सकते थें. सरकार ने यह कदम खाने के तेल के बढ़ती कीमतों को कंट्रोल करने के लिए किया था. इस आदेश के बाद से विक्रेता कितना तेल और तिलहन का भंडारण कर पाएंगे इसकी सीमा तय करने का अधिकार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास चला गया था.

पिछले साल इंटरनेशनल मार्केट में अचानक से तेल और तिलहन के दामों में तेजी देखी जाने लगी थी. इसके बाद इस साल रूस-यूक्रेन युद्ध  के कारण सप्लाई पर भी बहुत बुरा असर पड़ा था. ऐसे में भारत में इस कारण ग्राहको को पर महंगाई का बोझ न बढ़े इसके लिए केंद्र सरकार ने यह स्टॉक लिमिट तय कर दिया था.

जानें कितनी थी स्टॉक लिमिट

सरकार ने रिटेल सेलर्स को 30-30 क्विंटल तक तेल और तिलहन स्टोर करने की परमिशन दी थी. इसके अलावा थोक विक्रेताओं को 500 क्विंटल स्टोर कर सकते थे. वहीं रिटेल श्रृंखला वाले विक्रेताओं और दुकानों के सेलर्स को 30 क्विंटल और 1,000 क्विंटल तक तेल और तिलहन स्टोर करने के परमिशन दी थी. इसके साथ ही इन सभी स्टॉक को केवल 90 दिन तक ही स्टोर किया जा सकता है.

ग्राहकों को क्या होगा लाभ

सरकार के स्टॉक लिमिट हटाने के बाद अब थोक और बड़े खुदरा दुकानदार अपने पास ज्यादा मात्रा में खाद्य तेलों का भंडार रख सकेंगे और बाजार में इसकी आपूर्ति बेहतर होने की वजह से कीमतों पर भी दबाव कम होगा. पिछले कुछ दिनों से खाद्य तेल के भाव नीचे आए हैं और इस कदम से अनुमान है कि कीमतों में और गिरावट आ सकती है. अब दुकानदार अलग-अलग वैरायटी के खाद्य तेलों का भी भंडारण कर सकेंगे, जिसका लाभ ग्राहकों को मिलेगा. सरकार का यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है.

कस्टमर्स को मिलेगा ये फायदा

सरकार के तेल और तिलहन के स्टॉक की लिमिट हटाने के फैसले के बाद अब रिटेल और थोक विक्रेता ज्यादा मात्रा में खाने के तेल को स्टोर कर पाएंगे. इससे मार्केट में इसकी सप्लाई बेहतर हो पाएगी जिससे खाने के तेल की कीमतों पर पड़ने वाले दबाव कम हो जाएंगे. इससे आने वाले वक्त में खाने के तेल की कीमतों में भी और ज्यादा गिरावट देखने को मिलेगी. इसके साथ साथ अब सभी दुकानदार अलग-अलग तरह के तेल का ज्यादा से ज्यादा भंडारण करके मार्केट में ज्यादा सप्लाई कर पाएंगे. यह आदेश लागू  हो चुका है.

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